Premanand Maharaj Profile Vrindavan Wale: प्रेमानंद जी महाराज ने कभी कानपुर के आम इंसान थे लेकिन फिर मात्र 13 साल की उम्र में अपना घर त्याग दिया। अपने आध्यात्मिक विचारों के कारण उन्होंने संत बनने का फैसला किया। उनकी किडनी पूरी तरह से खराब हो गई है लेकिन फिर भी उन्होंने अपनी बीमारी को नजरअंदाज किया और अपना काम सर्वश्रेष्ठ तरीके से करते हैं। वह इंटरनेट और सोशल मीडिया पर सबसे प्रसिद्ध हिंदू धर्म गुरुओं में से एक हैं। वह वृन्दावन में रहते हैं और अपना जीवन श्री राधा रानी को समर्पित कर दिया है। जानें प्रेमानंद महाराज, वृंदावन वाले के बारे में रोचक बातें।