असल में कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए-एक सरकार ने विजय दिवस का आयोजन बंद कर दिया था और वह यूपीए—दो में भी इसे नहीं आयोजित करना चाहती थी। क्योंकि कांग्रेस के तर्क थे कि ये युद्ध भारत की जमीन पर लड़ा गया है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद राजीव चंद्रशेखर ने इसके लिए मुहिम शुरू की। जिसके बाद यूपीए-दो में इसे फिर से शुरू किया गया। राजीव चंद्रशेखर भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद हैं और पार्टी के रणनीतिकारों में माने जाते हैं। चंद्रशेखर की पहल पर ही कांग्रेस सरकार ने विजय दिवस मनाने पर सहमति दी।