डॉ. अनिल मिश्रा और उनकी पत्नी संकल्प, प्रायश्चित और गणेश पूजा कर 7 दिनों तक बतौर मुख्य यजमान अपने दायित्वों को पूरा करेंगे और भगवान श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा में भी मौजूद रहेंगे। यह भी कहा जा रहा है कि रामलला प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के मुख्य यजमान गृहस्थ ही हो सकते हैं। इसको देखते हुए यह फैसला लिया गया है।