Shahinbag
(Search results - 1)NewsJan 15, 2020, 3:36 PM IST
मासूम बच्चों को सीएए विरोध की अग्निकुंड में झोंक रहे हैं राजनीतिज्ञ
भारत एक लोकतांत्रिक देश है जहां फ्रीडम ऑफ स्पीच वास्तव में एक मौलिक अधिकार है। लेकिन, क्या हमें उन मासूम बच्चों को इस्तेमाल करने का अधिकार है, जो शायद राजनीति के अर्थ को अपने प्रचार तंत्र के रूप में इस्तेमाल करना भी नहीं समझते हैं? मुझे नहीं लगता। उनका दिमाग अभी अपने बढ़ते चरण में है और अगर हम पहले से ही इसे जहर दें तो यह सही नहीं है।