Sikh
(Search results - 48)NewsDec 31, 2018, 6:55 PM IST
1984 सिख विरोधी दंगा मामले में सज्जन कुमार से जुड़ा घटनाक्रम, जानिये कब क्या हुआ
1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद भड़के सिख विरोधी दंगों से जुड़े एक मामले में आजीवन कारावास की सजा पाए पूर्व कांग्रेस नेता सज्जन कुमार ने सरेंडर कर दिया है। दिल्ली हाईकोर्ट ने सज्जन कुमार को इस मामले में 17 दिसंबर को दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।
NewsDec 31, 2018, 6:47 PM IST
1984 दंगेः सिख नेता बोले, हर दोषी को कानून के कठघरे में लाए जाने तक चैन से नहीं बैठेंगे
दिल्ली हाईकोर्ट ने सज्जन कुमार को इस मामले में 17 दिसंबर को दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। सजा मिलने के बाद कुमार ने कांग्रेस की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था।
NewsDec 23, 2018, 4:51 PM IST
सेना को बदनाम करने की साजिश का पर्दाफाश, फर्जी रिपोर्ट की जा रही थी सोशल मीडिया पर वायरल
सेना ने कहा, भारत और सेना विरोधी लोगों की सोची समझी साजिश। कट्टरवादी सिख संगठनों का मकसद छवि खराब करना।
NewsDec 17, 2018, 9:33 PM IST
1984 सिखों का नरसंहारः 34 साल से रिसते ज़ख्म
31 अक्टूबर, 1984 को प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके अंगरक्षकों द्वारा गोली मारकर की गई हत्या के बाद दिल्ली में सिखों का कत्ल-ए-आम शुरु हो गया। दो नवंबर दिल्ली छावनी के राजनगर में दंगाइयों ने केहर सिंह, गुरप्रीत सिंह, रघुविंदर सिंह, नरेंद्र पाल सिंह और कुलदीप सिंह की बर्बर हत्या कर दी। इस मामले में 21 साल बाद 2005 में सीबीआई ने दर्ज की एफआईआर दर्ज की। इसके लिए पीड़ितों की शिकायत और नानावटी आयोग की सिफारिशों को आधार बनाया गया। दंगों के 26 साल बाद 13 जनवरी 2010 को आरोपपत्र दाखिल हुआ लेकिन 30 अप्रैल 2013 को कांग्रेस नेता सज्जन कुमार निचली अदालत से बरी हो गए। हालांकि 17 दिसंबर, 2018 को दिल्ली हाईकोर्ट ने आपराधिक साजिश, दंगा भड़काने में सभी 6 को दोषी माना और सज्जन कुमार, कैप्टन भागमल, गिरधारी लाल, बलवान खोकर को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। वहीं किशन खोकर और महेंद्र यादव को 10 साल की सजा दी गई।
NewsDec 17, 2018, 8:38 PM IST
1984 सिख विरोधी दंगेः जब रक्षक भी बन गए थे भक्षक
कोर्ट के फैसले में ऐसे कई उदाहरण हैं, जिनसे उस समय दिल्ली पुलिस का रवैया बेनकाब होता है। यह दर्शाता है कि कैसे दिल्ली पुलिस कानून का पालन करने के बजाय अपने राजनीतिक आकाओं के इशारों पर काम कर रही थी।
NewsDec 17, 2018, 6:48 PM IST
1984 मामले: अमेरिकी सिख संगठन ने दी बड़ी प्रतिक्रिया
‘सिख्स ऑफ अमेरिका’ संगठन के प्रमुख जसदीप सिंह ने कहा, ‘पिछले कुछ महीनों से भारत और विदेशों में रहने वाले सिखों के लिए लगातार अच्छी खबरें आ रही हैं।’
NewsDec 17, 2018, 5:00 PM IST
खुशवंत सिंह ने अपने नावेल में लिखी थी सिख दंगों की आंखों देखी... मैं अपने ही देश में शरणार्थी था क्योंकि मैं सिख था
असल में 5 जून 1984 को भारतीय सेना स्वर्ण मंदिर में घुसी थी और सिंह ने इस सम्मानित अवार्ड को वापस कर दिया था। उन्होंने अपनी पुस्तक में लिखा है कि ‘एक गहरा अवसाद मेरी आत्मा में प्रवेश कर रहा था और मैं बार बार पूछता हूं कि क्या मैं सिख हूं। मैं निश्चित तौर से भिंडरवाला ब्रांड नहीं हूं और ना ही गुरूद्वारा भाई ब्रांड। मुझे ये याद नहीं कि मैं कब पिछली बार गुरुद्वारा गया।
NewsDec 17, 2018, 2:22 PM IST
1984 सिख नरसंहारः सिख समुदाय के नेता बोले, बेनकाब हुई कांग्रेस
1984 के सिख नरसंहार मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को दोषी ठहराते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। हाई कोर्ट ने इस मामले में निचली अदालत का वह फैसला पलट दिया, जिसमें सज्जन कुमार को बरी किया गया था। कांग्रेस नेता को सजा तक पहुंचाने में सिख दंगे के पीड़ितों, गवाहों और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने लंबी लड़ाई लड़ी। फैसले के बाद सुनिये उनकी प्रतिक्रिया।
NewsDec 17, 2018, 2:19 PM IST
1984 सिख नरसंहारः दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की लीगल सेल ने क्या कहा
1984 के सिख नरसंहार मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को दोषी ठहराते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। हाई कोर्ट ने इस मामले में निचली अदालत का वह फैसला पलट दिया, जिसमें सज्जन कुमार को बरी किया गया था। कांग्रेस नेता को सजा तक पहुंचाने में सिख दंगे के पीड़ितों, गवाहों और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने लंबी लड़ाई लड़ी। फैसले के बाद सुनिये उनकी प्रतिक्रिया।
NewsDec 17, 2018, 2:16 PM IST
1984 सिख नरसंहारः पीड़ित निरप्रीत कौर से सुनिये क्या हुआ था उनके साथ
1984 के सिख नरसंहार मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को दोषी ठहराते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। हाई कोर्ट ने इस मामले में निचली अदालत का वह फैसला पलट दिया, जिसमें सज्जन कुमार को बरी किया गया था। कांग्रेस नेता को सजा तक पहुंचाने में सिख दंगे के पीड़ितों, गवाहों ने लंबी लड़ाई लड़ी। फैसले के बाद सुनिये उनकी प्रतिक्रिया।
NewsDec 17, 2018, 2:13 PM IST
1984 सिख नरसंहारः देखिए क्या बोले - अहम गवाह जगशेर सिंह
1984 के सिख नरसंहार मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को दोषी ठहराते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। हाई कोर्ट ने इस मामले में निचली अदालत का वह फैसला पलट दिया, जिसमें सज्जन कुमार को बरी किया गया था। कांग्रेस नेता को सजा तक पहुंचाने में सिख दंगे के पीड़ितों, गवाहों ने लंबी लड़ाई लड़ी। फैसले के बाद सुनिये उनकी प्रतिक्रिया।
ViewsDec 13, 2018, 4:51 PM IST
आखिर क्यों सिख दंगों का दाग होने पर भी कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाना कांग्रेस की मजबूरी है ?
समय- 1 नवंबर 1984, जगह- दिल्ली का रकाबगंज गुरुद्वारा। जहां पर मौजूद थे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ, जो कि जल्दी ही मध्य प्रदेश में कांग्रेस के मुख्यमंत्री का पद संभालेंगे। रकाबगंज गुरुद्वारा वो जगह है जहां ‘हिंद की चादर प.पू. गुरु तेगबहादुर जी’ का अंतिम संस्कार किया गया था। इंदिरा गांधी की हत्या के बाद इसी जगह पर भयानक दंगा हुआ जिसमें सिखों को बेरहमी से मौत के घाट उतारा गया। जिसका आरोप लगा कमलनाथ पर। आज कांग्रेस सिख दंगे के सभी आरोपियों से लगभग पल्ला झाड़ चुकी है। लेकिन मध्य प्रदेश में कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाना उसकी मजबूरी है। जानिए क्यों-
NewsDec 6, 2018, 2:02 PM IST
पंजाब में सिख बनकर घूम रहा 'आईएस' का आतंकी, अलर्ट जारी
कश्मीरी आतंकी संगठन अंसार गजवत उल हिंद के सरगना जाकिर मूसा को देखा गया है। अंसार गजवत उल हिंद को भारत में आईएसआईएस का मुखौटा माना जाता है।
NewsNov 29, 2018, 2:53 PM IST
करतारपुर गलियारा खोलने के पीछे पाकिस्तान की बड़ी साजिश
सिखों की आस्था के केंद्र करतारपुर के लिए गलियारा खोलने में पाकिस्तान द्वारा दिखाई गई कथित 'दरियादिली' बेवजह नहीं है। इसकी आड़ में पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी आईएसआई एक बड़ी साजिश रच रही है। पाकिस्तान पंजाब में फिर उग्रवाद की आग भड़काना चाहता है। इसके लिए वह खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथियों गोपाल सिंह चावला और सिख फॉर जस्टिस के गुरपतवंत सिंह पन्नू को आगे बढ़ा रहा है। ये लोग 'रेफरेंडम 2020' के नाम पर पंजाब के युवाओं को बरगलाने में लगे हैं। इन्हें लश्कर-ए-तय्यबा के आतंकी हाफिज सईद का समर्थन हासिल है।
NewsNov 21, 2018, 3:58 PM IST
1984 फैसलाः पीड़ित बोले, उड़ने वाली है सज्जन कुमार, टाइटलर की नींद
11 परिजनों को गंवाने वाली गंगा कौर बोलीं, अब हम मगरमच्छ के फंसने का इंतजार कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि यह इसी सरकार के शासन में मुमकिन है।