फिलहाल अब करारी हार के बाद एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव को पार्टी के अंदर और बाहर दोनों ही मोर्चों पर अकेले लड़ना होगा। परिवार में अब उनके खिलाफ बगावत हो सकती है। मुलायम भी उनसे पार्टी के अध्यक्ष के पद को छोड़ने के लिए कह सकते हैं। असल में 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले एसपी ने कांग्रेस से गठबंधन किया था, जबकि मुलायम सिंह यादव इसके खिलाफ थे। विधानसभा चुनाव में एसपी सिमट कर 47 सीटों पर पहुंच गयी जबकि कांग्रेस को महज 9 सीटें मिली थी।