हरियाणा के रोहतक के रहने वाले संजय राठी अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में काम करना चाहते थे। उन्होंने बेंगलुरु के कई तकनीकी संस्थानों में जाकर बात की तो लोगों ने कहा कि आप रॉकेट की बात करते हैं। इसको लेकर गवर्नमेंट की कोई पॉलिसी नहीं है, क्या सपोर्ट मिलेगा, उन्हें इग्नोर किया।