केन्द्र सरकार पेट्रोलियम पदार्थों के आयात पर देश की निर्भरता कम करना चाहती है। इसके लिए दूसरे विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। इसी सिलसिले में सरकार ने एथेनॉल उत्पादन बढ़ाने का फैसला किया है। जिसके लिए केन्द्र सरकार चीनी मिलों को 7400 करोड़ का अतिरिक्त कर्ज देने की तैयारी कर रही है।