असल में कुछ दिनों पहले एफएटीएफ में पाकिस्तान ब्लैक लिस्ट होने से बच गया है। क्योंकि पाकिस्तान के नापाक दोस्त चीन, मलेशिया और तुर्की ने पाकिस्तान में वोटिंग की थी। जबकि सभी सदस्य देशों ने पाकिस्तान के खिलाफ वोटिंग की थी। ये दूसरा अवसर था, जिसमें दूसरी बार लगातार पाकिस्तान ग्रे लिस्ट में रखा गया था। हालांकि पाकिस्तान ने एफएटीएफ को आश्वस्त किया था कि वह पाकिस्तान में आतंकी शिविरों को बंद करेगा और उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही करेगा लेकिन अभी तक पाकिस्तान इस तरह की कार्यवाही नहीं कर सका है।