इस साल जुलाई में कर्नाटक में सत्ता में आने के कुछ ही दिनों के बाद भाजपा सरकार ने राज्य में टीपू सुल्तान की जयंती के मौके पर होने वाले समारोहों को रद्द कर दिया था। इसके लिए सरकार ने कोडागु जिले में होने वाले इसके विरोध का हवाला दिया था। साल 2016 में टीपू सुल्तान की जयंती मनाने के विरोध में कोडागू में हुए प्रदर्शन में दो लोगों की मौत हो गई थी, जिसके बाद हिंसा शुरू हो गई थी।