हाल के दिनों में अपने बयान को लेकर सुर्खियों में बने नसीरुद्दीन शाह को अजमेर में हो रहे लिटरेचर फेस्टिवल को छोड़ना पड़ा। कई संगठनों ने दो दिन पहले मॉब लिंचिंग को दिए गए विवादास्पद बयान के बाद उन्हें इस फेस्टिवल में आना था। लेकिन विरोध के कारण वह इसमें नहीं आए। संगठनों ने विरोध पर उनके पोस्टरों पर स्याही फेंकी।