अंग्रेज
(Search results - 47)NewsMar 23, 2019, 11:07 AM IST
शहीदी दिवस पर जरा याद करो कुर्बानी: अंग्रेज सरकार ने आजादी के नायकों को तय समय से 11 घंटे पहले दी थी फांसी
तारीख-23 मार्च 1931
समय-शाम 7.30 बजे
स्थान-लाहौर जेल
आज से करीब 88 साल पहले देश के सपूत भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू को अंग्रेज सरकार ने फांसी दी थी। पूरे देश शहीदों की याद में आज शहीदी दिवस मनाता है। जब अंग्रेज सरकार ने सरदार भगत सिंह को फांसी दी थी उस वक्त उनकी उम्र महज 23 साल थी। उनके देशभक्ति का जज्बा इसी बात से समझा जा सकता था कि उन्होंने फांस की सजा भी हंसते हंसते स्वीकार की।NewsFeb 27, 2019, 10:29 AM IST
कुछ याद करो कुर्बानी: आज है आजादी के नायक चंद्रशेखर आजाद की पुण्यतिथि
देश की आजादी और काकोरी कांड और 1929 बम कांड के नाम के नायक चंद्रशेखर आजाद की आज पुण्यतिथि है। आजाद बरतानवी पुलिस की हिटलिस्ट में थे। इतिहास के पन्नों उनके जीवन के बारे कई सच्चाई दर्ज नहीं हैं क्योंकि उस वक्त अंग्रेज सरकार थी और आजादी के बाद देश में बनी सरकारों ने भी उन्हें महत्व नहीं दिया और उनके बलिदान को भुला दिया। सच्चाई ये ही कि जब अल्फ्रेड पार्क में पुलिस और चंद्रशेखर आजाद के बीच फायरिंग चल रही थी तो आजाद ने किसी भी पुलिसकर्मी को अपनी गोली से निशाना नहीं बनाया क्योंकि वो भारतीय थे।
BollywoodFeb 20, 2019, 7:55 PM IST
Kesari trailer: जानिए क्या है सारागढ़ी की जंग, कैसे 21 सिख जवान 10 हजार अफगानियों पर पड़े भारी
साल 1897 में 12 सितंबर को लड़ी गई सारागढ़ी की लड़ाई। उस समय भारत पर अंग्रेजों की हुकूमत थी। अंग्रेजी हुकूमत के तहत आने वाली 36 सिख रेजीमेंट के 21 जवानों ने 10 हजार अफगानी हमलावरों को नाकों चने चबाने पर मजबूर कर दिया।
NewsJan 25, 2019, 3:27 PM IST
मोदी सरकार तोड़ेगी 152 साल पुरानी अंग्रेजी की परंपरा !
केंद्र की मोदी सरकार अंग्रेजों की बनाई गयी 152 साल पुरानी परंपरा को तोड़ने की तैयारी में है. मोदी सरकार बजट के लिए ब्रिटिश नियम को बदलने की योजना बना रही है.
ViewsJan 23, 2019, 4:17 PM IST
भारत को आजादी नेताजी सुभाषचंद्र बोस की वजह से मिली, तत्कालीन ब्रिटिश पीएम ने किया था स्वीकार
क्लिमैन्ट रिचर्ड एटली जो कि 1945 से 1951 तक ब्रिट्रेन के प्रधानमंत्री रहे। उनके समय में ही भारत को आजादी मिली। उनसे एक बार ब्रिटेन के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश ने पूछा कि आखिर आपने भारत क्यों छोड़ा? आप दूसरा विश्वयुद्ध जीत चुके थे। सबसे बुरा समय बीत चुका था। 1942 का भारत छोड़ो आंदोलन फ्लॉप हो चुका था। आखिर ऐसी क्या जल्दी थी कि ब्रिटिश सरकार ने 1947 में अचानक यह कहना शुरु कर दिया कि नहीं हमें तुरंत भारत छोड़ना है?
NewsDec 26, 2018, 6:32 PM IST
राष्ट्रपति के गार्ड की नियुक्ति में भेदभाव का मामला अदालत में
अंग्रेजी शासनकाल में कुछ जाति विशेष को तरजीह दी जाती थी। ताकि वह अंग्रेजी शासन के प्रति अपनी जाति की ईमानदारी को सुनिश्चित कर सके। अंग्रेज चले गए, लेकिन उनके द्वारा अपनाई गई प्रथा आज भी राष्ट्पति की सुरक्षा के लिए गार्ड की नियुक्ति करते समय अपनाई जाती है।
NewsDec 25, 2018, 4:46 PM IST
क्रिसमस के मौके पर लग्जरी हैरिटेज ट्रेन का तोहफा, 750 रुपये में फाइव स्टार जैसी सुविधा
अंग्रेजों द्वारा बनाए इस ट्रैक को हेरिटेज ट्रैक नाम दिया गया है। 15 किलोमीटर के ट्रैक पर रोजाना हैरिटेज ट्रेन चलेगी।
NewsDec 20, 2018, 2:18 PM IST
फैजाबाद जेल में जेल प्रशासन ने काकोरी कांड के शहीदों के साथ जिन्ना की फोटो लगाई
अंग्रेजी शासन के दौरान फैजाबाद जेल में अशफाक उल्ला खां को रखा गया था। फैजाबाद जेल में खां की याद में शहीद स्मारक बनाया गया है। कार्यक्रम के दौरान यहां पर देश की आजादी के शहीदों की फोटो लगाई गयी थी। इस कार्यक्रम में देश की आजादी के नायकों में शामिल बहादुर शाह जफर, मौलाना अब्दुल कलाम और टीपू सुल्तान की फोटो लगाई गयी थी। जबकि इन्हीं शहीदों के साथ मोहम्मद अली जिन्ना की फोटो लगाई थी
ViewsDec 6, 2018, 6:48 PM IST
‘जय भीम-जय मीम’ कहने वालों ने क्या पाकिस्तान पर बाबासाहेब अंबेडकर के विचार पढ़े भी हैं?
संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की आज पुण्यतिथि है। आज भले ही उनके कथित अनुयायी उन्हें अंबेडकरवाद की संकुचित विचारधारा में कैद करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन अंबेडकर सभी सीमाओं से परे हैं। उनका राष्ट्रवाद असंदिग्ध है। आज ‘जय भीम-जय मीम’ का नारा लगाने वाले शायद इस बात से वाकिफ नहीं हैं कि वह मजहबी कट्टरता और पाकिस्तान को जन्म देने वाले ‘द्विराष्ट्रवाद’ के विचार के कितने बड़े विरोधी थे।
NewsOct 31, 2018, 3:31 PM IST
आखिर क्यों सरदार पटेल नहीं बन पाए प्रधानमंत्री?
आजादी के बाद देश की अधिकतर जनता सरदार वल्लभ भाई पटेल को प्रधानमंत्री बनाना चाहती थी। लेकिन बाजी हाथ लगी जवाहर लाल नेहरु के। आखिर कैसे कैसे बदला घटनाक्रम? क्या हुआ था उस समय? आईए पलटकर झांकते हैं इतिहास के पन्नों में एक बार फिर से-
NewsOct 21, 2018, 2:46 PM IST
शिमला का भी बदल सकता है नाम, मुख्यमंत्री ठाकुर ने दिए संकेत
पहाड़ों की रानी शिमला का नाम भी बदल सकता है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने एक कार्यक्रम में कहा, कि शिमला का नाम पहले श्यामला था और इसका पुराना नाम वापस लाने के लिए सरकार जनता से रायशुमारी करेगी।
WorldOct 17, 2018, 12:40 PM IST
‘मिल्कमैन’ के लिए एना बर्न्स को मिला मैन बुकर पुरस्कार
‘मिल्कमैन’ उत्तरी आयरलैंड में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच एक युवती और एक शादीशुदा शख्स की प्रेम कहानी है। एना बर्न्स उत्तरी आयरलैंड की पहली लेखिका हैं, जिन्हें अंग्रेजी भाषा साहित्य का यह प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया गया है।
NewsSep 14, 2018, 12:55 PM IST
किश्तवाड़ में चेनाब में गिरी मिनी बस, 17 की मौत, 16 घायल
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में ठाकरी इलाके में एक मिनी बस के 100 मीटर नीचे बह रही चेनाब में गिर जाने से 17 लोगों की मौत हो गई जबकि 16 लोग घायल हो गए। किश्तवाड़ के डीएम अंग्रेज सिंह ने राणा ने 'माय नेशन' को बताया कि कुडियापुल के पास एक मिनी बस (जेके17-0663) के असंतुलित होकर सौ मीटर नीचे चेनाब नदी में जा गिरी। 15 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि 18 लोगों को सेना और स्थानीय लोगों की मदद से बाहर निकाला गया। इनमें से 10 की हालत बेहद नाजुक थी। दो लोगों ने ड्राइवर के बस से नियंत्रण खो देने से यह हादसा हुआ।
NationAug 15, 2018, 4:39 PM IST
जानिए इस गांव में 72 साल बाद क्यों लहराया तिरंगा...
पूरा देश आज आजादी के जश्न में डूबा है पर आजादी का ये जश्न भिवानी के शहीद गांव रोहणात के लिए बेहद खास है। इस गांव में आजादी के सात दशकों बाद पहली बार स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र ध्वज फहराया गया है और आजादी के गीत गाए गए हैं। अब से पहले तक इस गांव के लोग अपने आप को आजाद देश के गुलाम समझते थे, वजह क्या रही है माय नेशन आपको बता रहा है।
NationJul 23, 2018, 4:56 PM IST
प्रधानमंत्री ने दी चंद्रशेखर आजाद को श्रद्धांजली, जानें क्यों डरते थे अंग्रेज उनसे
प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि 'मैं भारत माता के एक बहादुर पुत्र और देश के नागरिकों को उपनिवेशवाद से स्वतंत्रता दिलाने के लिए अपने जीवन का बलिदान करने वाले चंद्रशेखर आजाद को नमन करता हुं।