सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष यशपाल धामा फोर्स सहित मिल पहुंचे और शव को बाहर निकलवाया। शव की हालत इतनी खराब थी कि पहचानना मुश्किल हो गया था। इसके बाद मौके पर केमिस्ट के पुत्र आदित्य वर्मा को बुलवाया गया। आदित्य ने जूते, चाबी, बेल्ट और कपड़ों के आधार पर अपने पिता के रूप में उसकी पहचान की।