असल में कांग्रेस इसके जरिए एक तीर से दो निशाना चाहती है। सिद्धू को केंद्र की राजनीति में लाने से पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह के लिए रास्ता पूरी तरह से साफ हो जाएगा और सिद्धू की भी नाराजगी दूर हो जाएगी। हालांकि कैप्टन कह रहे हैं किसिद्धू को लेकर कोई नाराजगी नहीं है। लेकिन अंदरखाने दोनों के बीच तनातनी जारी है।