पैदल
(Search results - 38)LifestyleApr 18, 2024, 3:02 PM IST
सिर्फ 30 मिनट की Walk मूड इनहेंस करने के साथ पहुंचाती हैं इतने फायदे
National Exercise Day 2024: 18 अप्रैल के नेशनल एक्सरसाइज डे सेलिब्रेट किया जाता है। इस दिन को सेलिब्रेट करने का उद्देश्य लोगों के बीच हेल्थ को लेकर अवेयरनेस फैलाना है। जानते हैं रोजाना 30 मिनट की वॉक (30 minutes walk health benefits) करने से क्या हेल्थ बेनिफिट्स पहुंचते हैं।
Motivational NewsMar 30, 2024, 3:47 PM IST
ये दो भाई हैं यूपी के सबसे अमीर शख्स, कभी परिवार का पेट पालने को पैदल घर-घर जाकर बेचते थे साबुन, जानें नेटवर्थ
कभी घर-घर जाकर साबुन बेचें। दुकानों तक अपना प्रोडक्ट पहुंचाया और उससे होने वाली इनकम से परिवार चलाते थे। अब यूपी के सबसे अमीर शख्स हैं। हम बात कर रहे हैं आरएसपीएल के मुरलीधर ज्ञानचंदानी और उनके भाई विमल ज्ञानचंदानी की।
NewsMar 10, 2024, 10:55 AM IST
Khatu Shyam Mela: इस बार श्रद्धालुओं को करनी होगी 34 किमी. की पैदल परिक्रमा, जाने और क्या है नियम?
कलयुग के अवतार माने जाने वाले भगवान कृष्ण के बाबा खाटू श्याम धाम का मेला 12 मार्च से शुरू हो रहा है। 10 दिन चलने वाले इस मेले में 1 करोड़ से ज्यादा भक्तों के पहुंचने का अनुमान मंदिर प्रबंधन ने लगाया है। इसके लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। पिछले वर्ष भक्तों की संख्या करीब 70 लाख तक पहुंची थी।
Beyond NewsJan 9, 2024, 12:12 PM IST
सर्दी में एक धोती पहन 2170 किलोमीटर पैदल रामलला के दर्शन को निकले बापू
22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा है। दूर-दूर से राम भक्त भगवान के दर्शन करने के लिए आ रहे हैं। इन्हीं में एक है कर्नाटक के मुतन्ना बापू जो 2000 किलोमीटर का सफर पैदल करके रामलला के दर्शन करने के लिए जा रहे हैं। उन्होंने गांधी का रूप धारण कर रखा है।
NewsDec 28, 2023, 6:55 PM IST
कौन हैं शबनम शेख? श्रीराम जयकारा लगाते पैदल जा रही मुंबई से अयोध्या
मुंबई की रहने वाली शबनम शेख अयोध्या तक की पैदल यात्रा कर रही हैं। हिजाब पहने हुए लोगों से जय श्री राम कहकर मिल रही हैं। अभी वह मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के सेंधवा तक पहुंची हैं। आइए उनके बारे में डिटेल में जानते हैं।
Motivational NewsDec 20, 2023, 11:10 PM IST
नंगे पांव स्कूल जाकर शिक्षा हासिल की, टीचर बने और आज लाखों गरीब छात्रों को स्कॉलरशिप दिलाने में मदद कर रहे हैं
शिक्षा का महत्व वही समझता है जिसने शिक्षा मुश्किलों से हासिल की हो। नारायण नाईक एक गरीब किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण दो बार उनकी पढ़ाई छुट्टी छुट्टी बच्ची 16 किलोमीटर पैदल नंगे पांव स्कूल पढ़ने जाते थे। प्राइमरी स्कूल में टीचर बने रिटायरमेंट के बाद लाखों स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप दिल चुके हैं और आज भी यह मुहिम जारी है।
Beyond NewsNov 6, 2023, 1:49 AM IST
भारत के इस राज्य से बिना वीज़ा-पासपोर्ट के पैदल पहुंच जाएंगे पाकिस्तान
पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान का नाम सुनते ही ऐसा लगता है किसी दुश्मन को सामने लाकर खड़ा कर दिया गया हो। हालांकि बंटवारे के बाद भी दोनों ही मुल्कों में कल्चर और आर्ट का आदान-प्रदान जारी रहा। वहां के फिल्मी सितारों ने बॉलीवुड में आकर काम किया। यहां के राजनेता वहां गए लेकिन क्या आपको पता है कि आप बिना वीजा पासपोर्ट के पैदल पाकिस्तान जा सकते हैं। चलिए इसकी जानकारी हम आपको दे देते हैं।
Motivational NewsOct 25, 2023, 11:30 AM IST
वेटर की नौकरी किया, तालाब खोदने की मजदूरी किया और फिर एशियन गेम्स में जीता देश के लिए पदक
रामबाबू की उपलब्धियां
5 अक्टूबर 2022 में राष्ट्रीय खेलों की 35 किमी पैदल चाल में नए राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता
15 फरवरी 2023 को झारखंड की राजधानी रांची में हुई राष्ट्रीय पैदल चाल चैम्पियनशिप में नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया
25 मार्च 2023 को स्लोवाकिया में नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाकर एशियन गेम्स के लिए जगह बनाया
4 अक्टूबर 2023 को चीन में हुए एशियन गेम्स में मंजू रानी के साथ मिलकर ब्रांज मेडल जीता
Motivational NewsOct 10, 2023, 5:47 PM IST
किराए का घर, पैदल सफर- आज खुद के घर और गाड़ी की मालिक है Astha Singh
सुल्तानपुर की Astha Singh उन सभी लोगों के लिए मिसाल हैं जो पराए शहर की भीड़ में जाकर गुम हो जाते हैं जाते हैं और अपने मकसद से भटक जाते हैं। एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाली आस्था लखनऊ यह सोचकर आई थी कि उन्हें अपनी पहचान बनानी है लोगों के दरमियान एक जाना पहचाना ब्रांड बनना है।साथ ही अपनी खुद की कमाई से गाड़ी बंगला और बैंक बैलेंस बनाना है।
Motivational NewsOct 6, 2023, 10:01 AM IST
मनरेगा मजदूर से एशियन गेम्स मेडलिस्ट तक...पिता लेबर खुद भी मजदूरी-वेटर बनें: ये है राम बाबू की सक्सेस स्टोरी
एशियन गेम्स 2023 में यूपी के सोनभद्र के रहने वाले रामबाबू ने 35 किमी पैदल चाल की मिश्रित टीम स्पर्धा में मंजू रानी के साथ कांस्य पदक जीता है। कोविड महामारी के दौरान रामबाबू ने मनरेगा में मजदूरी की। हालात कैसे भी हों, राम बाबू ने कभी उनके आगे घुटने नहीं टेके। हमेशा उनकी नजरें अपने लक्ष्य पर टिकी रहीं।
Beyond NewsSep 26, 2023, 12:41 AM IST
सावधान ! हाथ में लाठी लिए बेटियों को बचाने निकली 'गुलाबी गैंग'
आपने जनता की सुरक्षा के लिए खाकी वर्दी को गश्त करते हुए देखा होगा लेकिन क्या कभी बेटियों पर हो रहे अत्याचार को लेकर सीतापुर से बाराबंकी, बाराबंकी से लखनऊ पैदल बेटियों की गैंग को गश्त करते देखा है, अगर नहीं देखा है तो इस खबर को पढ़िए
Motivational NewsAug 10, 2023, 11:30 AM IST
67 साल की टीचर पचास साल से नंगे पांव, 25 किलोमीटर दूर स्टूडेंट्स को जाती हैं पढ़ाने
केरला की नारायणी टीचर एक उदाहरण है मेहनत, हिम्मत और लगन का। पिछले पचास साल से वो नंगे पांव 25 किलोमीटर का सफर पैदल तय करके स्टूडेंट्स को पढ़ाने जाती हैं। नारायणी सिर्फ दसवीं तक पास हैं लेकिन उन्हें चार भाषाओं का ज्ञान है। उनके पढ़ाए बच्चे हमेशा अच्छा नंबर लाते हैं और विदेशों में सेटेल हैं।
Motivational NewsAug 3, 2023, 3:45 PM IST
8वीं पास कर अब 9वीं के लिए रोज स्कूल जाता है 78 वर्षीय यह स्टूडेंट, गरीबी में छूट गई थी पढ़ाई
78 साल के लालरिंगथारा उन युवाओ के लिए मिसाल है जो पढ़ना नहीं चाहते या पढाई के लिए सैकड़ों बहाने ढूंढते हैं। लालरिंगथारा की पूरी ज़िंदगी गरीबी और तकलीफ में गुज़री जिसके कारण उनकी शिक्षा पूरी नहीं हो सकी। लालरिंगथारा को इस बात का हमेशा दुःख था और अब जब वो जीवन के उस पड़ाव पर हैं जहां उन्हें आराम करना चाहिए उन्होंने शिक्षा हासिल करने का फैसला किया और हर रोज़ तीन किलोमीटर पैदल चल कर स्कूल जाते हैं।
Motivational NewsJul 23, 2023, 12:26 PM IST
जिन सड़कों पर पैदल धक्के खाए आज उसी मुंबई में उनके नाम की दो सड़क है - 2 रूपये से 3000 करोड़ का सफर
अत्यंत गरीब परिवार में जन्मी कल्पना सरोज की 12 साल की उम्र में शादी हुई, ससुराल में अत्याचार सहा, समाज के ताने सुनकर आत्महत्या का प्रयास किया, काम के लिए धक्के खाए 2 रूपये की नौकरी से शुरुआत की और आज 3000 करोड़ की मालकिन बन चुकी हैं।
Motivational NewsJul 21, 2023, 3:47 PM IST
झोपडी में जन्म लिया,छात्रवृत्ति से पढाई की,साइकिल पर दुल्हनिया लाए ; फिर बने DSP
छप्पर में पैदा हुए, ईंट ढोई , खेतों में पेड़ लगाए, मानसून में गीली किताबों से पढाई की, पिता राज मिस्त्री थे, माँ दूसरे के खेतों में मज़दूरी करती थीं, पढाई के लिए कई किलोमीटर पैदल चले,और अंत में हर संघर्ष को चुनौती देकर संतोष कुमार पटेल डीएसपी बन गए।