केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नए आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा और गुरुग्राम में ओजोन के कणों की मौजूदगी बहुत ज्यादा दर्ज की गयी है। जिसके कारण राजधानी दिल्ली में दो करोड़ से ज्यादा लोग इसकी चपेट में हैं। बोर्ड ने जो रिपोर्ट जारी की है, उसके मुताबिक पीएम 10 और पीएम 2.5 के आधार पर ही वायु की क्वालिटी को आंका जाता है और इन दिनों ओजोन की मात्रा हवा में पीएम 10 और पीएम 2.5 से भी अधिक है।