भारत ने हाल ही में ब्रिटेन के साथ एक द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया, ताकि उसे अपने अवैध प्रवासियों की वापसी की सुविधा मिल सके। अभी तक इसे लेकर कई मुद्दे उलझे हुए हैं, जिनके समाधान के लिए बातचीत की जा रही है। नई दिल्ली में आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लंदन यात्रा के दौरान हजारों अवैध भारतीय प्रवासियों की वापसी के लिए जिस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे, उस पर अभी चर्चा होनी है। प्रधानमंत्री राष्ट्रमंडल नेताओं से मिलने के लिए लंदन गए थे।