हिंदी को प्रचारित, प्रसारित करने और इसके प्रति दुनिया का ध्यान खींचने का श्रेय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को जाता है। अटल जी को हिंदी भाषा से काफी लगाव था। जब 1977 में जनता सरकार में विदेश मंत्री के तौर पर काम कर रहे अटल बिहारी वाजपेयी ने संयुक्त राष्ट्र संघ में अपना पहला भाषण हिंदी में दिया तो दुनिया हैरान थी। वाजपेयी का हिंदी में दिया यह भाषण काफी लोकप्रिय हुआ। यह पहला मौका था जब संयुक्त राष्ट्र जैसे बड़े अतंराष्ट्रीय मंच पर भारत की गूंज सुनने को मिली थी।