मध्य प्रदेश कांग्रेस
(Search results - 20)NewsNov 9, 2018, 3:34 PM IST
टिकट न मिलने से नाराज कांग्रेसी का गुस्सा दिग्विजय के सामने निकला (वीडियो)
विदिशा में स्थानीय कांग्रेसी नेताओं का गुस्सा दिग्विजय के सामने फूटा। लेकिन दिग्विजय सिंह पूरी सहनशीलता से नाराज कांग्रेसियों की बात सुनते रहे। इस नाराज कार्यकर्ता का नाम महेन्द्र वर्मा बताया जा रहा है, जो कि पुराना कांग्रेसी है। वर्मा दिग्विजय सिंह का करीबी भी है। लेकिन उसे टिकट नहीं मिला। जिसका दुखड़ा वह दिग्विजय सिंह के सामने रो रहा था।
दिग्विजय सिंह ने अपने विशेष अंदाज में नाराज उम्मीदवार को समझाने की भी कोशिश की। लेकिन महेन्द्र सुनने के लिए तैयार नहीं थे। वह एक दूसरे उम्मीदवार नारायण को टिकट दिए जाने से नाराज थे। यहा तक कि वह दिग्विजय के सामने रोने भी लगे। इस पूरे घटनाक्रम का किसी ने वीडियो बना लिया और वायरल कर दिया।NewsNov 7, 2018, 1:10 PM IST
#MP चुनाव- सागर में नामांकन भरने जा रहे कांग्रेसी नेता के बैल भड़के(वीडियो)
मध्य प्रदेश के सागर में तब बड़ी ही अजीब स्थिति पैदा हो गई। जब कांग्रेस के पूर्व मंत्री सुरेंद्र चौधरी नामांकन जमा करने के लिए बैलगाड़ी से जा रहे थे, तभी बीच रास्ते में ही गाड़ी से लगे हुए बैल भड़क गए। जिन्हें बड़ी ही मशक्कत से काबू किया गया। पूर्व कृषि राज्य मंत्री और कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी ने नरायावली विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल किया है।
NewsOct 31, 2018, 2:05 PM IST
NationJul 23, 2018, 8:16 PM IST
आजाद और तिलक की जयंती पर तेज प्रताप और कमलनाथ ने किया अर्थ का अनर्थ
क्या हो जाएगा अगर हमारे देश के नेताओं को चंद्रशेखर आजाद और भगत सिंह में अंतर नहीं मालूम? क्या हो जाएगा अगर हमारे देश के नेताओं को जयंती और पुण्यतिथि के बीच अंतर नहीं मालूम हैं? एक तरफ हैं लालू यादव के पुत्र और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव। तो दूसरे नेता हैं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ।NationJul 20, 2018, 8:13 PM IST
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने उड़ाया अविश्वास प्रस्ताव का मजाक, कहा...
एक तरफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर लोक सभा में तीखी बहस हो रही थी। उसी समय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ का संसद में मौजूद नहीं रहना चर्चा का विषय बन गया। दरअसल कांग्रेस ने अविश्वास प्रस्ताव के दौरान अपने सभी सांसदों को सदन में मौजूद रहने को कहा था लेकिन कमलनाथ नहीं पहुंचे। बाद में जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इस तरह के बहुत से अविश्वास प्रस्ताव देखें हैं। उनके लिए मध्य प्रदेश पहली प्राथमिकता है। कमलनाथ का इस तरह का रुख कहीं ना कहीं इस बात की तरफ इशारा करता है कि हाल ही में नए सिरे से गठीत की गई कांग्रेस वर्किंग कमेटी में जगह नहीं मिलने से वो नाराज हैं।