सनातन
(Search results - 23)NewsFeb 25, 2024, 4:29 PM IST
सोनम सिद्दीकी ने अपनाया सनातन, विष्णु संग लिए सात फेरे कहा, भगवान राम का दर्शन करने जाऊंगी अयोध्या
बरेली के देवरनिया कोतवाली की रहने वाली सोनम सिद्दीकी अब लक्ष्मी मौर्य बन गई है। उसने अपने हिंदू प्रेमी विष्णु मौर्य से शादी करने के लिए अपना न केवल धर्म परिवर्तन किया बाल कि पूरे हिंदू रीति रिवाज के अनुसार अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे भी लिए।
NewsFeb 21, 2024, 12:38 PM IST
फातिमा-अब्दुल्ला की 25 साल बाद घर वापसी, हवन पूजन के बाद बने कविता-शिव प्रसाद, बताई धर्म परिवर्तन की ये वजह
फतेहपुर में वाराणसी के रहने वाले एक दंपति ने करीब 25 साल बाद इस्लाम धर्म त्याग कर सनातन धर्म में वापसी की है। अब्दुल्ला से शिवप्रसाद और फातिमा बेगम से कविता बने इस दंपति का कहना है कि सनातन धर्म से हमारी जड़ें जुड़ी हुई है।
LifestyleOct 27, 2023, 10:58 AM IST
चंद्र दोष से मिलेगा छुटकारा, शरद पूर्णिमा पर दान करें ये 7 चीजें
sharad purnima 2023 grahan time: सनातन धर्म में शरद पूर्णिमा का विशेष महत्व है। गंगा स्नान और दान-पुण्य का ये दिन इस साल 28 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन चंद्रगहण भी चरम पर होगा। आज हम आपको उन चीजों के बारे में बताने जा रहे है जिनका दान कर आप चंद्रदोष से मुक्ति पा सकते हैं।
SpiritualitySep 13, 2023, 1:46 AM IST
क्या है सनातन धर्म का कंसेप्ट और उसका पौराणिक कनेक्शन?
भले ही डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को डेंगू, मलेरिया जैसा बताया है। पर अनुयायियों की राय उनसे अलग है। आइए इसके कंसेप्ट और पौराणिक कनेक्शन के बारे में जानते हैं।
NewsSep 3, 2023, 12:08 AM IST
तमिलनाडु CM स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन बोले-सनातन धर्म मलेरिया-डेंगू जैसा, कर देना चाहिए खत्म
तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे और मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना मलेरिया और डेंगू से करते हुए कहा है कि सिर्फ इसका विरोध ही नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि सनातन धर्म को पूरी तरह खत्म कर देना चाहिए। उनके इस बयान के बाद सियासी हलको में भूचाल आ गया है।
SpiritualityMay 16, 2020, 7:02 PM IST
तुलसी की पूजा करने से घर में धन के साथ ही आती है शांति
हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को सबसे पवित्र माना जाता है। अधिकांश हिंदूओं के घरों में तुलसी का पौधा होता है, और लोग हर दिन स्नान करने के बाद इसकी पूजा करते हैं। तुलसी, जिसे वृंदा के नाम से भी जाना जाता है। तुलसी को भगवान विष्णु की पत्नी भी माना जाता है। इसलिए वह हमेशा विष्णु के विभिन्न अवतारों से संबंधित त्योहारों से शामिल होती है। कुछ मान्यताओं के अनुसार, तुलसी पृथ्वी पर देवी लक्ष्मी की अभिव्यक्ति हैं।
NationFeb 20, 2020, 3:35 PM IST
क्या अयोध्या का राम मंदिर तोड़ देगा वेटिकन और मक्का का रिकॉर्ड?
नमस्कार स्वागत है आपका माय नेशन में, मेरा नाम है अमल चौधरी और आज हम बात करेंगे कि कैसे श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट राम मंदिर को दुनिया का सबसे बड़ा सनातन धर्म केंद्र बनाने की कोशिशों में लगा हुआ है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की 15 दिन बाद होने वाली बैठक में राम मंदिर निर्माण की तारीख पर फैसला लिया जाएगा। यह बैठक एकादशी के दिन होनी है। ट्रस्ट चाहता है कि अयोध्या में राम मंदिर क्षेत्र दुनिया के सबसे बड़ा सनातन धर्म केंद्र बने। सूत्रों ने बताया कि ट्रस्ट के सदस्य चाहते हैं कि राम मंदिर क्षेत्र का विस्तार वेटिकन सिटी और मक्का की मस्जिद से ज्यादा इलाके में किया जाए।
SpiritualityAug 30, 2019, 8:48 AM IST
संस्कृत है दुनिया की पहली भाषा और सनातन धर्म से है सभी संस्कृतियों की शुरुआत
कुछ लोग सनातन संस्कृति की शुरुआत को सिंधु घाटी की सभ्यता से जोड़कर देखते हैं। जो गलत है। वास्तव में संस्कृत और कई प्राचीन भाषाओं के इतिहास के तथ्यों के अनुसार प्राचीन भारत में सनातन धर्म के इतिहास की शुरुआत ईसा से लगभग 13 हजार पूर्व हुई थी अर्थात आज से 15 हजार वर्ष पूर्व। इस पर विज्ञान ने भी शोध किया और वह भी इसे सच मानता है।
SpiritualityAug 30, 2019, 8:47 AM IST
मन्त्र जगाते हैं आपके शरीर के अंदर का 'ऊर्जा चक्र'
अक्षर, शब्द तथा वाक्यों के ऐसे समूह को मन्त्र कहते है जिसके विधिवत उच्चारण से मनुष्य को आशातीत लाभ मिलता है। जिस प्रकार आजकल ultra sound treatment से अनेक शारीरिक व मानसिक बीमारियों का इलाज किया जा रहा है उसी प्रकार मन्त्र भी कार्य करते हैं।
SpiritualityAug 12, 2019, 11:07 AM IST
महादेव के संपूर्ण परिवार से करिए मुलाकात
देवताओं में केवल भगवान शिव ही ऐसे हैं, जिनका अपना भरा पूरा परिवार है। उनके परिवार में बेटे बेटियों के अतिरिक्त पोते पोतियां भी हैं। ऐसा किसी और देवता के साथ देखने को नही मिलता है। इसलिए भारतीय सनातन संस्कृति में केवल भगवान शिव ही सर्व गुण संपन्न माने गए हैं। आईए आपको मिलवाते हैं भगवान शिव के परिवार से-
SpiritualityJul 16, 2019, 5:32 PM IST
दैनिक पूजा में प्रयोग होने वाले 27 शब्द और उनके अर्थ?
अपनी प्रतिदिन की पूजा में हम कुछ विशेष शब्दों का प्रयोग करते हैं। लेकिन उनके अर्थ समझ में नहीं आते। कई बार तो विशेष तौर पर ज्ञान रखने वालों को दैनिक पूजा संबंधी सभी वस्तुओं के नाम और उनमें क्या क्या मिला होता है, जैसी बातों की जानकारी नहीं होती। सनातन धर्मावलंबियों के ज्ञानवर्द्धन के लिए हम प्रतिदिन कुछ ऐसे ही आलेख प्रस्तुत करेंगे।
NewsJun 27, 2019, 2:27 AM IST
सनातन परिवार में स्वागत है नुसरत, लेकिन अब आपको रखनी होंगी ये चार सावधानियां
विवाह के बाद संसद में बशीरहाट की सांसद नुसरत जहां का सुशील और संस्कारी भारतीय नारी का रुप हर तरफ चर्चा का विषय बन गया है। कोलकाता के व्यवसायी निखिल जैन से शादी के बाद जब वह संसद में शपथ लेने पहुंची तो उनके हाथों के चूड़े, माथे की बिंदिया और मांग के सिंदूर ने सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा। उस पर से भारतीय परंपरा के तहत स्पीकर के पैर छूना तो जैसे सोने पर सुहागा हो गया। लेकिन नुसरत जहां को अब कुछ विशेष सावधानियां भी बरतनी होगीं। आईए जानते हैं क्या-
NewsJan 22, 2019, 6:32 PM IST
वाजपेयी की विरासत को कुछ इस तरह बढ़ाया पीएम मोदी ने
प्रवासी भारतीय दिवस पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने शुरु करवाया था। लेकिन वर्तमान पीएम मोदी ने इस आयोजन का दायरा बहुत बढ़ा दिया है। वाराणसी में हुए इस कार्यक्रम में 800 जाने माने प्रवासी भारतीय इकट्ठा हुए। कुंभ मेले के समय प्रयागराज से मात्र कुछ घंटों की दूरी पर हुए इस कार्यक्रम में का मकसद प्रवासी भारतीयों को देश की प्राचीन सनातन परंपरा से परिचित कराना भी था।
NewsJan 16, 2019, 4:49 PM IST
प्रयाग कुंभ में दलित संत बने महामंडलेश्वर, सनातन धर्म छोड़ने वालों से की घर वापसी की अपील
प्रयागराज में चल रहा इस बार का कुंभ ऐतिहासिक है। यहां अखाड़ा परिषद् की ओर से एक दलित संत को महामंडलेश्वर की उपाधि दी गई है। कन्हैया प्रभुनंद गिरि नाम के यह संत पिछले साल ही जूना अखाड़े में शामिल हुए थे।
ViewsDec 25, 2018, 4:30 PM IST
जीसस क्राइस्ट पर भारत के प्रभाव को नकारता क्यों है चर्च?
जीसस क्राइस्ट यानी ईसा मसीह का आज जन्मदिन है। एक महान संत और ईश्वरपुत्र के रुप में मानवता को उनकी देन असंदिग्ध है। लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि जीसस मूल रुप से सनातन परंपरा के वाहक थे। उनके मूल विचार आर्य अष्टांगिक मार्ग से मेल खाते हैं। लेकिन इन बातों को जानबूझकर छिपाया गया और उसके मूल विचारों के उपर सेमेटिक(एक पैगंबर,एक किताब) विचारों का मुलम्मा चढ़ा दिया गया। ऐसा जीसस की मौत के रोमन सम्राट कॉन्सटेन्टाइन के जमाने में किया गया। ईसा की मौत के 325 साल बाद नायसिया(वर्तमान तुर्की) में एक परिषद् बुलाई गई, जिसमें जीसस के देवत्व की घोषणा की गई। जिसके बाद रोमन साम्राज्यवाद ने ईसा मसीह के व्यक्तित्व को अपना शासन फैलाने के नैतिक हथियार के रुप में इस्तेमाल करना शुरु कर दिया। प्रेम और दया के प्रतीक ईसा के नाम पर जो खूनी लड़ाईयां हुईं, वह इतिहास में ‘क्रूसेड’ के नाम से आज भी याद की जाती हैं। ऐसा करने के लिए जानबूझ कर जीसस का भारत से संबंध झुठलाया जाने लगा। जानिए जीसस पर भारत के प्रभाव के जुड़े ऐतिहासिक और अहम तथ्य़-