असल में राज्य में धारा 370 हटाने के बाद राज्य में पाकिस्तान आतंक फैलाना चाहता था और उसे इन अलगाववादी नेताओं की जरूरत थी। लेकिन शाह ने इन नेताओं को नजर बंद कर दिया और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ जो चाहती थी वह नहीं हो सका था। शाह के कारण आईएसआई की रणनीति को बड़ा झटका लगा था और घाटी में अंतिम बड़ा मोहरा पिट गया है।