महाकुम्भनगर। महाकुम्भ-2025 में पुलिसिंग को 'महाकुम्भ मेला 2025 पुलिस मोबाइल ऐप' के रूप में एक ऐसी टेक्नोलॉजी का सपोर्ट मिलने जा रहा है, जो मेला क्षेत्र की सारी जानकारी उपलब्ध कराएगा। उसमें रूट्स, महत्वपूर्ण स्थान और पुलिस अफसरों के नंबर भी होंगे। इस ऐप को विशेष तौर पर क्राउड मैनेजमेंट के लिए डेवलप कराया जा रहा है। ताकि मेला क्षेत्र में किसी भी इमरजेंसी की ​स्थिति में क्विक रिस्पॉन्स मैनेजमेंट प्रक्रिया आसानी से पूरी की जा सके।

रियल टाइम में शेयर की जा सकेगी जानकारी

'महाकुम्भ मेला 2025 पुलिस मोबाइल ऐप' से पुलिस बल की दक्षता, समन्वय और रिएक्शन कैपेसिटी बढ़ेगी। खासकर बड़े आयोजन के दौरान। पुलिस बल के बीच कम्यूनिकेशन आसान होगा। किसी घटना की जानकारी रियल टाइम में शेयर की जा सकेगी। देखा जाए तो यह ऐप महाकुंभ में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण के रूप में काम करेगा। सेंट्रलाइज्ड कोआर्डिनेशन व कम्यूनिकेशन से लैस इस ऐप के जरिए अधिकरियों तक रियल टाइम में किसी घटना की जानकारी पहुंचेगी। घटनाओं की लॉगिंग व ट्रैकिंग भी आसानी से की जा सकेगी। 

ऐप के खास फीचर क्या?

ऐप का रिपोर्टिंग सिस्टम निर्णय लेने की प्रक्रिया में तेजी लाएगा।
महत्वपूर्ण एसओपी और दिशा-निर्देशों हर पुलिसकर्मी तक रियल टाइम में डिजिटली पहुंचेगी।
किसी बड़े आयोजन के दौरान पुलिस बल को नवीनतम प्रोटोकॉल और प्लान की जानकारी देगा।
ऐप में बहुभाषीय सपोर्ट होगा, जिससे पुलिसकर्मी विभिन्न भाषाओं के नागरिकों से प्रभावी बातचीत कर सकेंगे।
सभी रैंक के पुलिसकर्मियों के बीच समन्वय के लिए विशेष फीचर।
अधिकारियों के संपर्क नंबर तक आसान पहुंच।
पुलिसकर्मियों को मेला क्षेत्र का अद्यतन नक्शा मिलेगा, जिसमें रूट्स, महत्वपूर्ण स्थान (जैसे कंट्रोल रूम, सहायता डेस्क, आपातकालीन निकास) और अन्य जानकारी शामिल होगी।
आपातकालीन स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया के लिए पुश नोटिफिकेशन।
इमरजेंसी ब्रॉडकास्ट सिस्टम के जरिए तुरंत अलर्ट भेजने की सुविधा।
पुलिसकर्मियों की ड्यूटी शेड्यूल को प्रबंधित करेगा।
मेला क्षेत्र में मौजूद संसाधनों का प्रबंधन।
सिटिजन फीडबैक सिस्टम यानी आगंतुकों से प्रतिक्रिया प्राप्त करना।
मेला क्षेत्र में खोए हुए लोगों और वस्तुओं को ट्रैक करना।

मेला शुरू होने से पहले ऐप का होगा परीक्षण

एसएसपी राजेश कुमार द्विवेदी के मुताबिक, यह ऐप महाकुम्भ शुरू होने से पहले सभी पुलिसकर्मियों के मोबाइल में इंस्टॉल कर दिया जाएगा। कार्यदायी संस्था की चयन प्रक्रिया जारी है, जो ऐप डेवलप करेगी। ऐप का परीक्षण और ट्रेनिंग मेला शुरू होने से पहले पूरी कर ली जाएगी।

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