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झांसी में 26 वर्षीय युवक ने पबजी खेलने से रोकने पर मां-बाप की बेरहमी से हत्या कर दी।
जन्म देने वाले मां-बाप की हत्या के बाद भी उसे कोई अफसोस नहीं है। आरोपी पुलिस से मोबाइल देने और पबजी खेलने की जिद करता रहा।
परिजनों के मुताबिक अंकित पढ़ने में काफी अच्छा था। लॉकडाउन में जॉब छूटने के बाद से वह पबजी खेलता था। गेम में वह इतना ज्यादा खो गया कि छह महीने तक कमरे से बाहर नहीं आया।
अंकित की पबजी की लत छुड़ाने के लिए पिता ने उसका मोबाइल और लैपटॉप तोड़कर लॉकर में रख दिए थे। जिसके बाद से वह हिंसक बर्ताव करने लगा।
अंकित इस कदर बिगड़ चुका था कि किसी के कुछ कहने पर वह मारपीट करता। मां अंकित से इतना डरती थी कि पति के घर पर न होने पर वह घर के अंदर नहीं जाती थी।
अंकित गेम के लिए घर से पैसे चोरी करने लगा था। कुछ कहने पर वह मारपीट करता।
पुलिस के मानें तो अंकित का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है। उसने हंसते-हंसते स्वीकार किया कि उसने मां-बाप की हत्या की है।
गेम्स की ज्यादा लत बच्चों को हिंसक बना देती है। वह वर्चुअल रियलिटी को असल दुनिया मानने लगते हैं। जिससे उनका गुस्सा बढ़ता है और वह अलग व्यहवार करते हैं।
मां-बाप को बच्चे की सभी हरकतों पर नजर रखनी चाहिए। अगर आपका बच्चा गेम का लती है और ज्यादा गुस्सा करता है तो मनोचिकित्सक से संपर्क करें।