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अयोध्या स्थित राम मंदिर का निर्माण 2.7 एकड़ भूमि पर किया है। इसका निर्मित हिस्सा 57,000 स्क्वायर फीट बताया जाता है।
राम मंदिर की लंबाई 360 फीट,चौड़ाई 235 फीट और मंदिर की ऊंचाई 161 फीट है। वहीं मंदिर के 3तलों की ऊंचाई 20 फीट हैं।
राम मंदिर पिलिर द्वार निर्मित है। जहां पहले तल में 160,दूसरे में 132 और तीसरे में 74 पिलर बनाएं गए हैं।
राम मंदिर की खासियत है कि मंदिर के तीनों तलों में पर्याप्त जगह हैं। जहां किसी भी तरह का कार्यक्रम आयोजित किया जा सकता है।
राम मंदिर में आध्यत्म,शैक्षिक और सांस्कृतिक तीनों का समावेश देखने को मिलता है। जहां भक्त त्रेतायुग की अनुभूति कर सकेंगे।
राम मंदिर के निर्माण में स्टील-लोह का यूज नहीं हुआ है। यहां पर केवल मार्बल मैटेरियल्स का इस्तेमाल किया गया है। जिससे मंदिर सदियों तक ऐसे ही बना रहेगा।
राम मंदिर के मुख्य मंदिर में राजस्थान के भरतपुर से मंगाए गए गुलाबी बलुआ पत्थर,ग्रेनाइट,मकराना मार्बेल का प्रयोग किया गया है।
राम मंदिर की खास बात है कि मंदिर राम नाम के ईंटों से तैयार किया गया है। इसे रामशिला कहा जाता है। ये ईटें रामसेतु पुल निर्माण में प्रयोग पत्थर की तरह हैं।
राम मंदिर में नेपाल की गंडक नदी में विष्णु भगवान का प्रतीक मानें जाने वाले शालीग्राम पत्थर का इस्तेमाल भी किया गया है।
रिपोर्ट्स के अनुसार,मंदिर के निर्माण में 1800 करोड़ का खर्च आएगा। फरवरी 2023 से मार्च 2023 तक 900 करोड़ से ज्यादा खर्च हो चुके हैं।