धनतेरस से ही दिवाली का पांच दिवसीय पर्व प्रारंभ होता है, जिसे कार्तिक माह की त्रयोदशी तिथि पर मनाया जाता है।
धार्मिक कथाओं के अनुसार, भगवान धन्वंतरि समुद्र मंथन के दौरान अमृत कलश के साथ प्रकट हुए थे और आयुर्वेद के जनक माने जाते हैं।
धनतेरस के दिन धन्वंतरि की पूजा से आरोग्य, स्वास्थ्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है। उनकी कृपा से व्यक्ति को बीमारियों से मुक्ति मिलती है।
मान्यताओं के अनुसार, भगवान धन्वंतरि की पूजा करने से रोगों से मुक्ति मिलती है। यह आरोग्यता प्रदान करने वाले देवता हैं।
पौराणिक कथा के अनुसार, समुद्र मंथन में अमृत कलश लेकर धन्वंतरि प्रकट हुए थे। वह त्रयोदशी का दिन था। इसी वजह से उसी तिथि यानी धनतेरस के दिन उनकी पूजा की जाती है।
इस साल 29 अक्टूबर को धनतेरस का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन लोग अपनी कैपेसिटी के मुताबिक, खरीदारी करते हैं।