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क्या डार्क स्पाॅट आपकी स्किन को बूढ़ा दिखा रहे हैं? जानें हाइपरपिग्मेंटेशन के कारण और इसे ठीक करने के 6 सबसे प्रभावी उपचार जैसे सामयिक क्रीम, लेजर थेरेपी, केमिकल पील और सनस्क्रीन।
हाइपरपिग्मेंटेशन एक जनरल स्किन प्राब्लम है, जो उम्र बढ़ने, सूर्य के अधिक संपर्क, हार्मोनल असंतुलन और सूजन के कारण हो सकती है। यह फेस, गर्दन और हाथों पर डॉर्क स्पॉट बना देती है।
ग्लाइकोलिक एसिड, सैलिसिलिक एसिड और लैक्टिक एसिड युक्त पील्स की ऊपरी परतों को हटाकर नयी स्किन लाते हैं।
हल्के पील्स घर और मेडिकल-ग्रेड पील्स पेशेवर की देखरेख में कराना सही होता है।
क्यू-स्विच्ड एनडी:वाईएजी और फ्रैक्शनल लेजर मेलेनिन जमा को तोड़कर त्वचा को एक समान बनाते हैं।
लेजर उपचार के लिए त्वचा विशेषज्ञ से परामर्श लेना आवश्यक है।
माइक्रोनीडलिंग त्वचा में सूक्ष्म चोटें पैदा कर कोलेजन उत्पादन को उत्तेजित करती है।
प्लेटलेट-रिच प्लाज़्मा (PRP) के साथ इसका संयोजन अधिक प्रभावी परिणाम देता है।
SPF 30+ वाला ब्रॉड-स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन इस्तेमाल करें।
हर दो घंटे में सनस्क्रीन दोबारा लगाएं।
विटामिन C, E और ग्लूटाथियोन युक्त सप्लीमेंट्स त्वचा को अंदर से चमकदार बनाते हैं।
स्वस्थ आहार और हाइड्रेटेड रहना स्किन हेल्थ को बनाए रखने में मदद करता है।
हाइपरपिग्मेंटेशन को पूरी तरह से खत्म करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन सही स्किनकेयर और उपचार से इसे काफी हद तक कम किया जा सकता है।