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वैसे तो होली में डार्क कलर लगाने का अपना ही एक मजा होता है लेकिन केमिकल रंग स्किन को हद से ज्यादा नुकसान पहुंचा सकते हैं। तो इस बार आप अपने प्रियजन के लिए कुछ नया ट्राय करें।
हिबिस्कस या गुड़हल में एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं जो स्किन की सुरक्षा करते हैं। गुड़हल की पत्तियों को सुखा लें और फिर पीस लें। स्किन के लिए लाल रंग तैयार हो जाएगा।
हल्दी का रंग एक बार चढ़ जाए तो निकालना मुश्किल हो जाता है। इस होली में हल्दी में थोड़ा बेसन मिलाकर पीला रंग तैयार करें। थोड़ा पानी मिलाकर गाढ़ा गीला रंग भी तैयार हो जाएगा।
अगर आप होली में स्किन का ख्याल रखते हुए गहरा मेडिसनल रंग बनाना चाहते हैं तो खूब सारे चुकंदर पीस लीजिए। बस तैयार हो गया होली के लिए मेडिसनल कलर।
गेंदा का रस हो या फिर पत्तियों का पाउडर, स्किन के लिए बहुत लाभकारी होता है। पत्तियों को सुखाकर उसमें थोड़ी सी हल्दी भी मिला लें। तैयार हो गया स्किन फ्रैंडली पीला रंग।
अपराजिता के फूल में फ्लेवोनोइड्स एंटीऑक्सीडेंट होता है जो त्वचा को ढीला होना से बचाता है। नीले रंग के लिए फूल की पत्तियों को सुखाकर पीस लें। होली में ये मेडिसनल कलर बेस्ट हैं।
सोचिए कि अगर गुलाब की पत्तियों का खूब सारा पेस्ट आपके चेहरे पर लगा दिया जाए। यकीन मानिए चेहरा खिल उठेगा। होली में गुलाब की पत्तियों को पीस कर गुलाबी रंग तैयार कर लें।
हरा रंग तैयार करने के लिए कई आप्शन हैं। पालक, नीम के पत्ते या फिर मेहंदी के पत्ते को सुखाने के बाद पीसकर रंग तैयार कर सकते हैं। ये सभी स्किन को फायदा ही पहुंचाएंगे।