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दुनियाभर में संक्रामक रोग तेजी से बढ़ रहे हैं और इनमें से सबसे गंभीर समस्या ब्रेन में सूजन है। यदि समय पर इलाज न हो, तो ये जानलेवा हो सकती है। जानें 5 संक्रामक बीमारियां और सिम्टम।
ये इनफेक्टेड मच्छरों से फैलता है। इसके अक्सर हल्के लक्षण होते हैं लेकिन ये ब्रेन स्वैलिंग और मेनिन्जाइटिस जैसी सीरियस सेचुएशन पैदा हो सकती है। यह वायरस आर्बोवायरस की फेमिली से है।
ये घातक वायरल इन्फेक्शन है, जो सेंट्रल नर्वस सिस्टम को डिस्टर्व करता है। ये इन्फेक्टेड एनिमल के काटने से फैलता है।बॉडी में इंटर करने के बाद ये नसों के जरिए ब्रेन में पहुंच सकता है।
जिससे ब्रेन में सीरियस स्वैलिंग का कारण बन सकता है। रेबीज के लक्षण आमतौर पर संपर्क के 1-3 महीने के भीतर दिखाई देते हैं और मृत्यु दर लगभग 100 प्रतिशत होती है।
COVID-19 ब्रेन पर लाॅग टर्म प्रभाव डाल सकता है। रिसर्च के अनुसार COVID-19 तनाव, चिंता और डिप्रेशन जैसी मेंटल हेल्थ प्राब्लम हो सकती है और फ्यूचर में स्ट्रोक का रिस्क बढ़ सकता है।
डेंगू वायरस ब्रेन और स्पाईनल कॉर्ड में स्वैलिंग पैदा करता है, जो बॉडी सेल्स0 को नुकसान पहुंचा सकता है। यह थ्रोम्बोसाइटोपेनिया (कम प्लेटलेट काउंट) और अंततः डेथ की वजह बन सकता है।
डेंगू एन्सेफैलोपैथी ब्रेन की सूजन और दौरे को जन्म देती है, जबकि गुइलेन-बैरे सिंड्रोम से मसल्स में कमजोरी और लकवा हो सकता है।
ईस्टर्न इक्वाइन इंसेफेलाइटिस (EEE) संक्रमित मच्छरों के काटने से फैलता है और गंभीर मस्तिष्क सूजन या इंसेफेलाइटिस का कारण बनता है।
यह ब्रेन और नर्वस के कार्यों को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है, जिससे मेंटल प्राब्लम, मिर्गी, पायरालायसिस, डीफनेस और ब्लाइंडनेस हो सकते हैं।