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यूपी के प्रतापगढ़ के सदर बाजार निवासी दिव्यांग रंजना सिंह के हौसलों के आगे लाचारी ने भी सरेंडर कर दिया।
रंजना सिंह को 10 साल की उम्र में लाइलाज बीमारी मायलिटिस हो गई। खुद के पैरों पर खड़ी नहीं हो सकती। आधा शरीर सुन्न हो गया।
रंजना सिंह बिना किसी सहारे के करवट भी नहीं बदल सकतीं।
रंजना का हौसला देखिए। शारीरिक कमजोरी के बावजूद बीए, एलएलबी और एमएसडब्लू तक की पढ़ाई की।
रंजना सिंह ने साल 2012 में परिवर्तन रथ संस्था की शुरुआत की।
रंजना सिंह ने दोस्तों रिलेटिव से कबाड़ मांग कर परिवर्तन पथ संस्था की शुरुआत की थी।
रंजना सिंह अपनी संस्था के माध्यम से सिलाई, कढ़ाई, ब्यूटिशियन और फैब्रिक पेंटिंग की महिलाओं को ट्रेनिंग देती हैं।
रंजना सिंह शाम के समय बच्चों को ट्यूशन पढ़ाती हैं।
रंजना सिंह अब तक करीबन 2000 महिलाओं को सिलाई, कढ़ाई, ब्यूटिशियन और फैब्रिक पेंटिंग की ट्रेनिंग दे चुकी हैं।