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नालंदा, बिहार के करायपरशुराय निवासी मोहम्मद अरबाज के पिता शकील अहमद अंडा बेचते थे। मुश्किल से डेली 100 से 200 रुपये कमाते थे।
अरबाज छह भाई-बहन हैं। एक पुश्तैनी मकान था, जो रखरखाव न होने की वजह से खराब हो चुका था।
अरबाज की शुरुआती पढ़ाई कन्या मध्य विद्यालय से हुई। नालंदा से 10वीं और 12वीं पास की।
अरबाज के पिता शकील पहले रेडियो रिपयेरिंग का काम करते थे। यह धंधा ठप पड़ गया तो अंडे बेचने का काम करने लगे।
अरबाज के पिता शकील की डेली न्यूज पेपर पढ़ने की आदत थी। एक दिन पेपर में उन्होंने आनंद कुमार के सुपर 30 के बारे में पढ़ा।
पिता के साथ आनंद कुमार के पास पहुंचे अरबाज सुपर 30 का एग्जाम टॉप कर गए। यही उनके जीवन का टर्निंग प्वाइंट था।
अरबाज ने साल 2017 के आईआईटी एग्जाम में 67वीं रैंक हासिल की।
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