News
उत्तर प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में सिप्लॉक्सिन कैपसूल की सप्लाई और प्रयोग पर बैन लगा दिया गया है। डॉक्टरों को भी मरीजों के पर्चे पर सिप्लॉक्सिन दवा लिखने से मना किया गया है।
सिप्लाक्सिन कैप्सूल को मिसब्रांडिंड की वजह से बैन कर दिया गया है। अस्पतालों में सप्लाई की गई इस कैप्सूल में आजमगढ़ में जांच के दौरान कमियां पाई गईं।
कंपनी ने सिप्लॉक्सिन कैप्सूल की सप्लाई के दौरान जिस तरह की लेबलिंग के बारे में कहा था वैसा किया नहीं गया था। नाम की लिखावट में भी अंतर पाया गया था। इसलिए बैन किया गया।
सिप्लॉक्सिन मुख्य रूप से इनफेक्शन रोकने की दवा है। ज्यादातर पेट के इनफेक्शन आदि के लिए इसका प्रयोग किया दाता है।
सिप्लॉक्सिन मेडिसिन में जांच के दौरान किसी तरह की कोई कमी नहीं पाई गई है।
प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में सप्लाई की गई सिप्लॉक्सिन कैपसूल को अब कंपनी को वापस ले जाने के निर्देश दिए गए हैं।