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सुखोई भारतीय वायुसेना का बेहद शक्तिशाली लड़ाकू विमान है। यह विमान रडार के जरिए सीधे निशाने पर वार करता है। भारतीय वायु सेना के पास 146 सुखोई विमान हैं। करीब 128 विमान आभी और आएंगे।
तेजस भारत का पहला स्वदेशी लड़ाकू विमान है। हिंदुस्तान ऐरानाटिक्स लिमिटेड ने लाइट कॉम्बैट विमान 'तेजस' बनाया है। तेजस अपनी रफ्तार से दुश्मन को चकमा देने में माहिर है।
'राफेल' भारत का सबसे ताकतवर फाइटर प्लेन है। भारत ने 2016 में फ्रांस से 36 राफेल फाइटर प्लेन की खरीद के लिए 7.87 अरब यूरो, यानी करीब 59 हजार करोड़ रुपए में डील की थी।
भारतीय सेना के पास टोही विमान है जो एक क्षण में दुश्मन के जहाज की जानकारी दे देता है। इस विमान में हाई फ्रीक्वेंसी वाले रडार रहते हैं। इस समय भारत के पास तीन टोही विमान हैं।
मिराज वायु सेना का प्राइमरी फाइटर प्लेन है। यह विमान दुश्मन के इलाके में लेजर गाइडेड बम से हमला करने में सक्षम है। भारत के पास 51 मिराज विमान हैं। इस विमान को वज्र नाम दिया गया है।
मिगग 29 जेट मिसाइलों को ले जाने की क्षमता ऱखता है। एयर स्ट्राइक होने पर दुश्मन के विमानों की क्षमता को यह जाम भी कर सकता है। मिग-29 रात में नाइट विजन चश्मे के साथ काम कर सकता है।
भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल जैगुवार विमान दुश्मन के इलाके में घुसकर हमला करने के लिये प्रय़ोग होता है। भारत में इस समय कुल 139 जैगुवार हैं। इस विमान को शमशेर भी कहते हैं।
ग्लोबमास्टर विमान युद्ध के समय आर्मी को रसद, गोला बारूद, हथियार, टैंक पहुंचाने का काम करता है। दुश्मन के इलाके में पैराशूट से सैनिक और हथियार उतारने में भी ये प्रयोग होता है।
सेना के पास करीब 190 चेतक और चीता हेलीकॉप्टर हैं। सेना के कई सारे छोटे ऑपरेशंस में इन हेलिकॉप्टर का प्रयोग होता है।