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सुब्रत रॉय तिहाड़ जेल में बंद थे। दो साल से मां उनका इंतज़ार कर रही थी। लेकिन सुब्रत को बेल नहीं मिली।
मां की मौत के बाद सुप्रीम कोर्ट ने सुब्रत राय की चार सप्ताह की पैरोल मंजूर कर दी। जिसके बाद परिवारीजन के लोग उन्हें लेने लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचे थे।
सहारा समूह पर निवेशकों के 24 हजार करोड़ रुपए नहीं लौटाने के आरोप हैं।इस कारण सुब्रत रॉय को 4 मार्च 2014 के दिन तिहाड़ जेल भेज दिया गया था।
6 मई 2016 को सुब्रत की मां की मौत के बाद अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पैराेल दी गई थी। इसके बाद से ही सुब्रत रॉय की पैराेल बढ़ती रही।
सहारा ने 25781.37 करोड़ रुपये जुटाए थे सहारा ने कहा था कि वह निवेशकों के पैसे वापस करना चाहता है लेकिन यह पैसे सेबी का पास फंसे हैं।
सहारा ने कुछ किस्तों में सेबी को बड़ा पैसा दिया, लेकिन पूरी रकम नहीं दे सका। सहारा ग्रुप को राहत तब मिली जब केंद्र सरकार ने निवेशकों की रकम को लौटाने के लिए पोर्टल शुरू किया।
आज सुब्रत रॉय का अंतिम संस्कार वहीं होगा जहाँ उनकी मां का हुआ था।