Pride of India
इंडियन आर्मी में जल्द ही रोबोटिक डॉग म्यूल यानी मल्टी-यूटिलिटी लेग्ड इक्विपमेंट (MULE) शामिल होंगे, जिनकी खासियत सामने आने के बाद चीन और पाकिस्तान की पेशानी पर बल पड़ने लगा है।
इन रोबोटिक डॉग म्यूल को फिलहाल निगरानी और हल्के वजन को ढोने के लिए तैनात किया जाएगा। वहीं इन्हें चीनी सीमा वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तैनात किए जाने की तैयारी है।
इंडियन आर्मी लंबे अर्से से नई टेक्नोलॉजी की खोज कर रही है। पिछले साल जम्मू में हुए नॉर्थ टेक सिंपोसियम 2023 में सेना के लिए खासतौर पर बनाए गए रोबोटिक डॉग की काफी चर्चा हुई थी।
यह आतंकियों के साथ 'फर्स्ट कॉन्टैक्ट' में बेहद काम आ सकता है, जहां यह तो पता है कि यहां दुश्मन छिपा बैठा है, लेकिन उसकी सटीक लोकेशन के बारे में कोई अंदाजा नहीं है।
ऐसे में यह म्यूल अपने 360 डिग्री कैमरों की मदद से उनकी सही लोकेशन का पता लगा कर, फायरिंग प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके दुश्मन को मार गिराया जा सकता है।
सेना से जुड़े सूत्रों के अनुसार सितंबर 23 में इमरजेंसी खरीद के लिए 100 रोबोटिक्स डॉग्स के ऑर्डर दिये गये थे, जिनमें 25 ऐसे म्यूल्स को सेना को सौंपने से इंस्पेक्शन पूरा हो चुका है।
इनमें निगरानी के लिए थर्मल कैमरे व अन्य सेंसर लगे हैं। इनमें छोटे हथियार भी लगाए जा सकते हैं। इनका इस्तेमाल सीमा पर जवानों के छोटे-मोटे सामान ले जाने के लिए भी किया जाएगा।
12 मार्च 2024 को इंडियन आर्मी ने पोकरण में हुए भारत शक्ति सैन्य युद्धाभ्यास में ऐसे ही एक म्यूल (मल्टी-यूटिलिटी लेग्ड इक्विपमेंट) की झलक दिखाई थी।
ये म्यूल ऊबड़-खाबड़ जमीन, 18 सेमी ऊंची सीढ़ियों व 45 डिग्री वाली पहाड़ी में भी चढ़ सकता है। इसका वेट 51 KG व लंबाई 27 इंच है। ये 1 घंटे के रिचार्ज में 10 घंटे का बैकअप मिलता है।
इसकी पेलोड क्षमता 10 किग्रा. है, थर्मल कैमरे और रडार जैसे कई उपकरण इसमें लगाए जा सकते हैं। इसे वाई-फाई या लॉन्ग टर्म इवोल्यूशन यानी LTE पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
वाई-फाई और 4G/LTE दोनों तरह से इसे संचालित किया जा सकता है। इंटीग्रेटेड फायरिंग प्लेटफॉर्म वाला म्यूल एक एनालॉग-फेस वाली मशीन है, जिसे रिमोट कंट्रोल से नियंत्रित किया जाता है।