Pride of India
आज हम आपको भारत के उन अजेय योद्धाओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जो दुश्मनों पर आग बरसाते हैं। इन हथियारों से रणभूमि में दुश्मन खौफ खाते हैं, चाहे वह चीन हों या पाकिस्तान।
साल 2004 से भारतीय सेना में शामिल मुख्य युद्धक टैंक है। 450 किलोमीटर रेंज है। एमके-1 और एमके-1ए दो वैरिएंट हैं। प्रति टैंक 42 गोले स्टोर करने की कैपेसिटी है।
सोवियत युग के 2410 टैंक भारतीय सेना में हैं। नये अजेय का उत्पादन भारत में होगा। कई देशों में यूज होता है। ऑपरेशनल रेंज 460 किलोमीटर। स्पीड 60 से 75 किलोमीटर प्रतिघंटा है।
के9-वज्र टी साउथ कोरिया बनाता है। भारत ने इसे परिस्थितियों के हिसाब से बदला है। 18 से 54 किलोमीटर तक रेंज है। चीन के साथ संघर्ष में यूज किया गया। ऑपरेशनल रेंज 360 किलोमीटर है।
विजयंत टैंक्स को एलओसी के पास तैनात किया गया है। 1965 और 1971 के युद्ध में पाकिस्तान को धूल चटा चुका है। ऑपरेशनल रेंज 530 किलोमीटर और स्पीड 50 किलोमीटर प्रतिघंटा है।
इस टैंक की स्पीड 51 किमी प्रतिघंटा और ऑपरेशनल रेंज 325 किलोमीटर है। नैनाकोट और बसंतर युद्ध में पाक सेना के छक्के छुड़ा चुका है। 40 से ज्यादा युद्धों में पूरी दुनिया में यूज हुआ।