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रूद्रम 1 मिसाइल को दुश्मनों का काल माना जा रहा है। अब वायुसेना इसे राफेल और तेजस फाइटर में लगाने की तैयारी में है।
नई जेनरेशन की स्वदेशी रूद्रम 1 एंटी-रेडिएशन मिसाइल हवा से सतह और जमीन पर मार करने वाली है। दूर से टारगेट ध्वस्त कर सकती है।
एयरफोर्स को जंग के मैदान में रूद्रम 1 मिसाइल के रेंज और स्पीड दोनों का फायदा मिलेगा।
रुद्रम-1 मिसाइल से एयरफोर्स के जंगी जहाजों की ताकत में कई गुना इजाफा होगा।
इस सुपरसोनिक और हाइपरसोनिक मिसाइल का वजन 600 KG और लंबाई 18 फीट है। डीआरडीओ द्वारा विकसित रुद्रम-1 में 55 KG वजन का प्री-फ्रैगमेंटेड वॉरहेड अटैच है।
रुद्रम-1 मिसाइल दुश्मन टारगेट को पूरी तरह ध्वस्त करने के लिए बनाया गया है। 150 किलोमीटर रेंज है। मतलब इतनी दूर से राफेल या तेजस टारगेट पर अटैक कर सकते हैं।
रुद्रम-1 मिसाइल का फाइनल टेस्ट अक्टूबर 2020 में किया गया था। INS-GPS नेविगेशन सिस्टम से लैस थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह मिसाइल MiG-29, डैसो मिराज 2000 और Su-30MKI में लगाई गई है।
करीबन महीने भर पहले रुद्रम-2 की भी सफल टेस्टिंग हो चुकी है। यह मिसाइल चंद मिनटों में दुश्मनों के कन्युनिकेशन और रडार सिस्टम को ध्वस्त कर सकती है।