प्रेमानंद महाराज पीले के अलावा और किसी रंग को कपड़े क्यों नहीं पहनते?
spirituality Mar 08 2024
Author: Manish Meharele Image Credits:facebook
Hindi
प्रेमानंद महाराज देते हैं आसान जवाब
वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज अक्सर अपने प्रवचनों के चलते सोशल मीडिया पर छाए रहते हैं। वे मुश्किल प्रश्नों का इतना आसान हल बताते हैं, इसलिए प्रतिदिन उनके पास हजारों लोग आते हैं।
Image credits: facebook
Hindi
क्यों पहनते हैं पीले वस्त्र?
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि प्रेमानंद महाराज हमेशा पीले वस्त्र ही पहनते हैं। महाराज श्री ऐसा क्यों करते हैं, और किसी रंग के कपड़ने क्यों नहीं पहनते, इसके बारे में कम लोगों को पता है।
Image credits: facebook
Hindi
इस संप्रदाय से जुड़े हैं महाराज
दरअसल प्रेमानंद महाराज राधावल्लभ संप्रदाय से जुड़े हैं। राधा वल्लभ संप्रदाय में राधा रानी की भक्ति प्रमुखता से की जाती है। इस संप्रदाय के कुछ खास नियम हैं, जिसे सभी मानते हैं।
Image credits: facebook
Hindi
राधा रानी को प्रिय है ये रंग
मान्यता है कि पीला रंग राधा रानी को अतिप्रिय है। इसलिए राधावल्लभ संप्रदाय के संत सिर्फ पीले रंग के वस्त्र ही पहनते हैं। इसलिए इस संप्रदाय में पीले रंग का विशेष महत्व माना गया है।
Image credits: facebook
Hindi
सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है रंग
शास्त्रों में पीले रंग को सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। ये ऊर्जा भक्ति मार्ग पर चलने वाले साधकों को चाहिए होती है, इसलिए अधिकांश साधु-संत पीले रंग के वस्त्र ही पहनते हैं।
Image credits: facebook
Hindi
तिलक भी सबसे अलग
राधावल्लभ संप्रदाय में चंदन से एक खास तरह का तिलक अपने मस्तक पर लगाया जाता है जैसा कि प्रेमानंद महाराज के मस्तक पर दिखाई देता है। इस तिलक राधावल्लभ संप्रदाय की पहचान है।