‘मृत्यु भोज करना चाहिए या नहीं‘ जानें क्या कहा प्रेमानंद महाराज ने?
Image credits: facebook
शंका का समाधान करते हैं महाराज
वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज रोज अपने भक्तों से मिलते हैं और उनकी शंकाओं का समाधान भी करते हैं। कुछ शंकाएं ऐसी भी होती है जिनके बारे में जानना हमारे लिए भी जरूरी होता है।
Image credits: facebook
मृत्यु भोज करना चाहिए या नहीं?
प्रेमानंद महाराज का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है, जिसमें एक भक्त उनसे ये सवाल पूछ रहा है कि ‘मृत्यु भोज करना चाहिए या नहीं’? बाबा ने बड़ी सहजता से इसका उत्तर दिया।
Image credits: facebook
शास्त्रों में निषेध है मृत्यु भोज
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ‘मृत्यु भोज को शास्त्रों में निषेध कहा गया है यानी मृत्यु जैसे अमंगल अवसर पर किसी के घर भोजन करने से बचना चाहिए। इससे अशुभ फल प्राप्त होते हैं।’
Image credits: facebook
गृहस्थ लोग ध्यान रखें ये बात
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ‘गृहस्थ लोगों को लोक व्यवहार में मृत्यु भोज जैसे कार्यक्रमों में जाना पड़ता है, ये उचित भी है, लेकिन भोजन करना या न करना ये आपके ऊपर निर्भर करता है।’
Image credits: facebook
ये उपाय करें
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ‘अगर कोई बहुत निकट के रिश्तों में मृत्यु भोज पर जाना पड़े तो पहले भगवान के निमित्त एक ग्रास निकाल दें और इसके बाद स्वयं भोजन कर सकते हैं।’
Image credits: facebook
इस बात का रखें ध्यान
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ‘यदि अपने परिवार यानी कुटुंब में ही किसी की मृत्यु हो जाए तो बिना शंका के भोजन कर सकते हैं। इसमें किसी तरह का कोई दोष नहीं लगता।’