Spirituality
वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज रोज अपने भक्तों से मिलते हैं और उनकी शंकाओं का समाधान भी करते हैं। कुछ शंकाएं ऐसी भी होती है जिनके बारे में जानना हमारे लिए भी जरूरी होता है।
प्रेमानंद महाराज का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है, जिसमें एक भक्त उनसे ये सवाल पूछ रहा है कि ‘मृत्यु भोज करना चाहिए या नहीं’? बाबा ने बड़ी सहजता से इसका उत्तर दिया।
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ‘मृत्यु भोज को शास्त्रों में निषेध कहा गया है यानी मृत्यु जैसे अमंगल अवसर पर किसी के घर भोजन करने से बचना चाहिए। इससे अशुभ फल प्राप्त होते हैं।’
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ‘गृहस्थ लोगों को लोक व्यवहार में मृत्यु भोज जैसे कार्यक्रमों में जाना पड़ता है, ये उचित भी है, लेकिन भोजन करना या न करना ये आपके ऊपर निर्भर करता है।’
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ‘अगर कोई बहुत निकट के रिश्तों में मृत्यु भोज पर जाना पड़े तो पहले भगवान के निमित्त एक ग्रास निकाल दें और इसके बाद स्वयं भोजन कर सकते हैं।’
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ‘यदि अपने परिवार यानी कुटुंब में ही किसी की मृत्यु हो जाए तो बिना शंका के भोजन कर सकते हैं। इसमें किसी तरह का कोई दोष नहीं लगता।’