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23 जुलाई के वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी। इससे आम जनता को कई उम्मीदे हैं,हालांकि क्या आप जानते हैं कि देश का पहला बजट कब और किसने पेश किया था।
भारत का पहला बजट ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन के वक्त था। तब स्कॉटिश राजनीतिज्ञ जेम्स विल्सन ने ब्रिटिश महरानी के साथ 7 अप्रैल 1960 को बजट पेश किया था।
वहीं आजादी के बाद देश का पहला बजट 1947 को पहले वित्त मंत्री आरके शनमुम चेट्टी ने संसद में पेश किया था। जहां बजट की टोटल राशि का 46 फीसदी लगभग 93 करोड़ डिफेंस में दिया गया था।
आजादी बाद देश के बजट से जुड़े सारे दस्तावेजों को अंग्रेजी में छापा जाता था हालांकि 1955-56 में इसमें बदलाव करते हुए इंग्लिश और हिंदी दोनों भाषाओं में पेश किया जाना लगा।
वित्त मंत्री ही बजट पेश करते हैं लेकिन 1558-59 में पीएम नेहरू तो 1970-71 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने बजट पेश किया। साथ राजीव गांधी ने भी 1987-88 में पीएम रहत बजट पेश किया था।
निर्मला सीतारमण इस साल 7वां बजट करेंगी लेकिन मोराजी देशाई 10 बार, पी चिदंबरम 9 बार,यशवंत सिन्हा 8 बार और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह 6 बार बजट पेश कर चुके हैं।
1991-92 में मनमोहन सिंह द्वारा पेश किया बजट देश के बदलाव के लिहाज से अहम था। इसने देश की आर्थिक तरक्की के रास्ते खोले थे क्योंकि बजट के तहत देश में विदेश निवेश को इजाजत मिली थी।
2000-1 में वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने बजट पेश किया था जो आईटी सेक्टर के लिए वरदान साबित हुआ। इसे 21 सदी का पहला बजट के साथ मिलेनियम बजट भी कहा जाता है।
देश में पहले बजट शाम को 5 बजे पेश किया जाता था 2001 में यशवंत सिन्हा ने परपंरा को में बदलाव किया। वहीं 2014 में मोदी सरकार ने 28 फरवरी की जगह बजट 1 फरवरी को पेश करना शुरू किया।
कोरोना के बाद बजट पेश में एक और बड़ा बदलाव हुआ। जब निर्मला सीतारण ने बजट के लिए जरूरी दस्तावेज रखने के लिए ब्रीफकेस का इस्तेमाल बंद किया ये पेपरलेस बजट था।
बता दें, पहले संसद देश में दो बजट पेश होते थे रेल और आम बजट लेकिन मोदी सरकार ने 2016 में इसे एक कर दिया और 2017 में संयुक्त बजट पेश किया था।
वहीं 1997-98 में वित्त मंत्री पी चिदंबरम की ओर से ड्रीम बजट किया था। जहां कॉरपोरेट टैक्स के साथ पर्सनल टैक्स को ज्यादा से ज्यादा घटाया दिया गया था।