कई रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि 2024 सबसे गरम साल साबित होगा। IMD ने पहले ही इस साल भीषण गर्मी पड़ने की बात कही थी।
विश्व मौसम संस्थान (WMO) ने 2023 में ही अलर्ट जारी कर साल 2024 में भीषण गर्मी को लेकर आगाह किया था।
रिपोर्ट्स के अनुसार, देश में भीषण गर्मी की वजह 'अल नीनो' है। यह Equator Line पर पूर्व दिशा में चलने वाली वह गर्म हवाएं हैं, जो प्रशांत महासागर के पानी और उसकी सतह को गर्म करती हैं।
यही गरम पानी अमेरिका से एशिया की तरफ बढ़ता है तो गर्मी भी बढ़ने लगती हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, हर 2—7 साल में ऐसा होता है।
जानकारों के मुताबिक, मई तक अल-नीनो की स्थिति रह सकती है। जिसकी वजह से हीटवेव का प्रभाव भी इस महीने में ज्यादा दिनों तक रह सकता है।
अल-नीनो मौसम पर भी असर छोड़ता है। इसकी वजह से मॉनसून कमजोर हो सकता है। बारिश पर इसका असर पड़ सकता है। जिसका सीधा संबंध देश की इकोनॉमी से है।
मई के महीने में 9 दिनों की वह अवधि, जब सूरज और धरती के बीच दूरी बहुत कम होती है। जिसकी वजह से सूरज की तपिश ज्यादा महसूस होती है। मतलब, इन 9 दिनों में भीषण गर्मी पड़ती है।