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भारत सरकार ने 21 अगस्त 2024 को नोटिफिकेशन जारी कर देश में 156 फिक्स डोज कांबिनेशन ड्रग्स को बैन कर दिया है।
सरकार ने जिन फिक्स डोज कांबिनेशन ड्रग्स पर बैन लगाया है। उनमें कुछ एंटीएलर्जिक दवा, एंटीबायोटिक, दर्द निवारक, बुखार की दवाएं, हाई बीपी और मल्टीविटामिन के मेडिसिन हैं।
ड्रग टेक्निकल एडवाइजरी बोर्ड (DTAB) और केंद्र सरकार द्वारा गठित एक समिति ने इन दवाओं पर बैन की सिफारिश की थी। उसके मुताबिक, इन दवाओं का कोई चिकित्सीय औचित्य प्रूव नहीं हुआ।
FDC में दो या ज्यादा ड्रग्स मिलाकर नई दवा तैयार होती है। कई दवाएं एक साथ देने पर एडिटिव और कभी synergism effect देती हैं। इसमें एक ही फार्माकोलॉजिकल एक्शन वाली या अलग हो सकती हैं ।
किसी भी दवा की डोज पेशेंट के वजन के आधार पर तय होती है। अलग-अलग दवाओं को एक साथ फिक्स्ड डोज कांबिनेशन में रखने से दवाओं के डोज का सटीक निर्धारण संभव नहीं है। इसलिए FDC ठीक नहीं।
किसी भी पेशेंट को बहुत इमरजेंसी की स्थिति में ही FDC ड्रग्स लेनी चाहिए। एक ही दवा का यूज करें। जरूरत पड़ने पर दूसरी दवा लें। कई दवा मिलाकर बनाई गई एक दवा नुकसानदायक हो सकती है।
FDC में यह पता ही नहीं चल सकता कि कौन सी दवा से मरीज को एलर्जी है। इसकी वजह से वह जल्द सही नहो हो पाएगा।
किसी FDC दवा में मौजूद एक दवा मरीज को दिन में एक बार लेने को कहा गया। पर उसमें मौजूद दूसरी दवा दो बार लेने पर मरीज को ज्यादा फायदा हो सकता है। इस वजह से FDC दवा उचित नहीं लगती।