संभल में इंटरनेट पर लगा ब्रेक, समझें बंदी का पूरा प्रोसेस
utility-news Nov 25 2024
Author: Rajkumar Upadhyaya Image Credits:Our own
Hindi
हिंसा के बीच इंटरनेट शटडाउन
संभल के डीएम ने जिले की सीमाओं पर कड़ी निगरानी और चेकिंग का आदेश दिया है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इंटरनेट बंद करने का फैसला कौन और कैसे लेता है?
Image credits: Social Media
Hindi
कौन देता है इंटरनेट बंद करने का आदेश?
इंटरनेट बंद करने का आदेश जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक (SP) या उससे ऊपर के रैंक का अधिकारी देता है।
Image credits: Our own
Hindi
इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स को करना होता है आदेश का पालन
इंटरनेट प्रदाता की जिम्मेदारी: आदेश मिलने के बाद इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स (ISPs) को निर्देश का पालन करना होता है।
Image credits: social media
Hindi
आदेश न मानने पर कार्रवाई का प्रावधान
अगर ISPs आदेश का पालन नहीं करते, तो उन्हें कानूनी कार्रवाई और जुर्माने का सामना करना पड़ सकता है।
Image credits: social media
Hindi
क्यों लिया जाता है इंटरनेट शटडाउन का फैसला?
इंटरनेट बंद करने का फैसला मुख्य रूप से अफवाहों और हिंसक घटनाओं को रोकने के लिए लिया जाता है।
Image credits: Social Media
Hindi
इंटरनेट शटडाउन क्या है?
‘सॉफ्टवेयर फ्रीडम लॉ सेंटर’ के अनुसार, इंटरनेट शटडाउन का मतलब है, “एक निश्चित समय के लिए सरकार द्वारा एक या अधिक इलाकों में इंटरनेट एक्सेस को बंद करना।”