Utility News
भारत सरकार वंदे भारत एक्सप्रेस की तर्ज पर वंदे भारत मेट्रो शुरू करने की तैयारी में है। जुलाई 2024 में पहला ट्रायल संभव। कपूरथला कोच फैक्ट्री में प्रोटोटाइप विकसित हो रहा।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का ही छोटी दूरी का संस्करण वंदे भारत मेट्रो ट्रेन है। आइए जानते हैं वंदे भारत एक्सप्रेस और वंदे भारत मेट्रो में क्या अंतर है?
वंदे भारत एक्सप्रेस लंबी दूरी की ट्रेन है, जबकि वंदे भारत मेट्रो 100-250 किलोमीटर दूरी वाले प्रमुख शहरों को जोड़ेगा।
वंदे भारत मेट्रो ट्रेनें दो शहरों के बीच 4 से 5 बार चल सकती हैं, जबकि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें लंबी यात्रा के लिए तैयार की गई हैं, जो दिन में एक या दो बार ही चलती हैं।
वंदे भारत मेट्रो ट्रेनों में 100 यात्री बैठ सकेंगे, जबकि 180 पैसेंजर खड़े हो सकते हैं, जबकि वंदे भारत एक्सप्रेस में पैसेंजर्स के बैठने की जगह कम्फर्टेबल होती है।
वंदे भारत मेट्रो ट्रेन की स्पीड 130 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है, जबकि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की स्पीड 183 किलोमीटर प्रति घंटे तक।
वंदे भारत मेट्रो ट्रेन नौकरीपेशा और छात्रों को ध्यान में रखकर चलाई जा रही है। वह एक शहर से दूसरे शहर तक कम समय में सफर कर सकेंगे। वर्ल्ड क्लास ट्रांसपोर्टेशन का अनुभव मिलेगा।
वंदे भारत मेट्रो ट्रेन रोजाना सफर करने वाले यात्रियों के लिए सस्ती होगी। हालांकि अभी तक इसके किराए की दर सामने नहीं आई है।
वंदे भारत मेट्रो ट्रेन लखनऊ से कानपुर, दिल्ली से रेवारी, आगरा से मथुरा, तिरूपति से चेन्नई और भुवनेश्वर से बालसोर के लिए शुरू हो सकती है।
वंदे भारत मेट्रो ट्रेन इंट्रा सिटी ट्रांसपोर्टेशन के लिए काम करेगी। 50 ट्रेनों से शुरू होकर 400 ट्रेनों तक बढ़ाए जाने की योजना है।
रिपोर्टस के अनुसार, वंदे भारत मेट्रो ट्रेन की लॉन्चिंग 2025 में की जा सकती है।