महाराष्ट्र पुलिस गढ़चिरौली में हुए बड़े नक्सली हमले को सुरक्षा चूक मानने से इनकार कर रही है। पुलिस महानिदेशक सुबोध कुमार जायसवाल ने बुधवार को कहा कि गढ़चिरौली में हुआ नक्सली हमला खुफिया चूक का परिणाम नहीं है। इस हमले में पुलिस के 15 स्पेशल कमांडो और उनकी गाड़ी के चालक शहीद हुए हैं।

जायसवाल ने इसे सुरक्षा बल के लिए ‘बड़ी क्षति’ करार दिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस नक्सलियों को माकूल जवाब देने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, ‘मैं इसे खुफिया चूक नहीं कह सकता हूं... महाराष्ट्र की पुलिस इस तरह की गतिविधियों के खिलाफ सभी जरूरी कार्रवाई करेगी। यह महाराष्ट्र पुलिस के लिए बड़ी क्षति है।’

उन्होंने कहा, 'हम उन सभी रणनीतिक उपाय करेंगे जिनकी जरूरत है। इस घटना से सबक लिया जाएगा और उचित बंदोबस्त किए जाएंगे। बल इस समय चल रहे सभी ऑपरेशन जारी रखेगी।'

डीजीपी ने कहा, हम सभी सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करेंगे। इसके लिए उचित जवाबी उपाय किए जाएंगे। नक्सलियों ने पहले ही चुनावों के बहिष्कार का ऐलान किया था। हमारे पास इसे लेकर सूचनाएं थीं। पुलिस बल अपने ऑपरेशन में जुटा है। हम इसकी जांच करेंगे कि नक्सलियों ने कैसे इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया। 

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इस बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गढ़चिरौली में हुए नक्सली हमले की निंदा करते हुए कहा कि अब नक्सली खतरे से और कठोरता से निपटा जाएगा। मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा, ‘आज नक्सलियों के कायरतापूर्ण हमले में गढ़चिरौली सी-60 बल के पुलिसकर्मियों की मौत की खबर से विचलित हूं। मेरी प्रार्थनाएं एवं संवेदनाएं शहीदों के साथ हैं। मैं गढ़चिरौली के डीजीपी और एसपी के संपर्क में हूं।’ 

उन्होंने कहा, ‘मैं कड़े शब्दों में इस हमले की निंदा करता हूं और हम इस खतरे से और अधिक कठोरता से निपटेंगे।’ फडणवीस ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह से बात कर उन्हें भी स्थिति की जानकारी दी।