महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में नक्सलियों ने बड़ा हमला किया है। गढ़चिरौली के जंगलों में घात लगाकर किए गए आईईडी धमाके में महाराष्ट्र पुलिस के 15 जवान शहीद हो गए हैं। जिस समय यह हमला किया गया उस वक्त पुलिस के सी-60 कमांडो की यूनिट वहां से गुजर रही थी। हमले में गाड़ी का ड्राइवर भी मारा गया है।

नक्सलियों ने कुरखेड़ा में आईईडी ब्लास्ट किया। कमांडो यूनिट की गाड़ी पूरी तरह नष्ट हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमले को 200 नक्सलियों ने अंजाम दिया। महाराष्ट्र में शांति पूर्ण मतदान से नक्सलियों में गुस्सा था। बुधवार को ही गढ़चिरौली के कुरखेड़ा में नक्सलियों ने निजी ठेकेदारों के कम से कम तीन दर्जन वाहनों में आग लगा दी। यह घटना सुबह उस वक्त घटी जब राज्य का स्थापना दिवस ‘महाराष्ट्र दिवस’ मनाने की तैयारी की जा रही थी। समाचार एजेंसी एएनआई ने 10 जवानों के शहीद होने की पुष्टि की है।

महाराष्ट्र पुलिस के नक्सलरोधी अभियान के आईजी शरद शेलार ने कहा कि नक्सलियों ने क्यूआरटी कमांडो को ले जा रहे वाहन को निशाना बनाया। घटनास्थल पर सुरक्षा बलों की अतिरिक्त टुकड़ियां रवाना की गई हैं।

पूरी साजिश के साथ अंजाम दिया हमले को

जानकारी के मुताबिक, कुरखेड़ा तहसील के दादापूरा गांव में नक्सलियों में पहले स्थानीय ठेकेदार के 36 वाहनों को आग लगाई। इसकी खबर मिलने के बाद पुलिस की क्यूआरटी यानी त्वरित कार्रवाई बल के कमांडो घटनास्थल को ओर रवाना हुए। ये कमांडो नक्सलियों का पीछा करते हुए जंबुलखेड़ा गांव की एक पुलिया के पास पहुंचे ही थे कि घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने आईआईडी ब्लास्ट कर दिया। 

पीएम मोदी ने जताया शोक 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आधिकारिक ट्विटर हैंडल से नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों पर शोक जताया है। उन्होंने लिखा, 'मैं महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में हमारे सुरक्षा बलों पर हुए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। मैं सभी बहादुर जवानों को नमन करता हू। उनका बलिदान कभी भुलाया नहीं जाएगा। मेरी सांत्वना शोक संतप्त परिवारों के साथ है। हिंसा के पीछे साजिशकर्ताओं को बख्शा नहीं जाएगा।' 

क्या है सी 60 कमांडो

नक्सलियों से मुकाबला करने के लिए 1992 में सी-60 फोर्स तैयार की गई थी। इसमें पुलिस फोर्स के 60 जवान शामिल होते हैं। यह काम गढ़चिरौली के तब के एसपी केपी रघुवंशी ने किया था। सी-60 में शामिल पुलिस के जवानों को गोरिल्ला युद्ध के लिए तैयार किया जाता है। इनकी ट्रेनिंग हैदराबाद, बिहार और नागपुर में होती है।