प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी(PM modi) 24 जनवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (PMRBP) विजेताओं के साथ बातचीत करेंगे। इस अवसर पर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी और राज्य मंत्री डॉ. मुंजपारा महेंद्रभाई भी मौजूद रहेंगे।
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) 24 जनवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (पीएमआरबीपी) विजेताओं के साथ बातचीत करेंगे। इस अवसर पर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी और राज्य मंत्री डॉ. मुंजपारा महेंद्रभाई भी मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम का वेब प्रसारण https://pmindiawebcast.nic.in पर सुबह 11:30 बजे से होगा।
जानिए राष्ट्रीय बाल पुरस्कारों के बारे में
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार भारत में रहने वाले 5 वर्ष से अधिक और 18 वर्ष तक (संबंधित वर्ष के 31 अगस्त को) के बच्चों को एक मान्यता के तौर पर दी जाती है जिन्होंने नवाचार, शैक्षिक उपलब्धि, खेल, कला एवं संस्कृति, समाज सेवा और बहादुरी जैसे 6 क्षेत्रों में असाधारण क्षमता और उत्कृष्ट उपलब्धि हासिल की हो। प्रत्येक पुरस्कार विजेता को एक पदक, 1,00,000/- रुपये का नकद पुरस्कार और एक प्रमाण-पत्र दिया जाता है।
इस बार कोरोना के चलते परेड में शामिल नहीं होंगे
ये बाल पुरस्कार राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किए जाते हैं। प्रधानमंत्री हर साल इन पुरस्कार विजेताओं के साथ बातचीत भी करते हैं। पीएमआरबीपी के विजेता हर साल गणतंत्र दिवस परेड में भी हिस्सा लेते हैं। हालांकि, देश में कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए इस वर्ष नई दिल्ली में पुरस्कार समारोह आयोजित करना संभव नहीं हो सका है। 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर और आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में प्रधानमंत्री मोदी पीएमआरबीपी-2022 के विजेताओं के साथ वर्चुअल माध्यम से बातचीत करेंगे। इसमें बच्चे अपने माता-पिता और संबंधित जिले के जिला मजिस्ट्रेट के साथ जिला मुख्यालय से इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
डिजिटल सर्टिफिकेट देंगे
समारोह के दौरान प्रधानमंत्री ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए पीएमआरबीपी 2022 के विजेताओं को डिजिटल सर्टिफिकेट देंगे। पीएमआरबीपी-2021 के विजेताओं को भी इसी समारोह में प्रमाण पत्र दिए जाएंगे, जिन्हें पिछले साल कोविड स्थिति के कारण प्रमाण पत्र नहीं दिया जा सका था। पीएमआरबीपी के पुरस्कार विजेताओं को प्रमाण पत्र देने के लिए पहली बार ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है।