देश के दिग्गज राजनेताओं में से एक अरुण जेटली का क्रिकेट जगत के लिए भी योगदान रहा है। वह बीसीसीआई के उपाध्यक्ष रह चुके थे। उनके निधन की खबर सुनते ही टीम इंडिया के खिलाड़ी भी शोकाकुल हो गए। उन्होंने एंटीगा में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले जा रहे टेस्ट मैच के दौरान शोक के प्रतीक स्वरुप अपनी बांह पर काली पट्टी बांधकर खेलने का फैसला किया।
एंटीगा: अरुण जेटली के निधन का समाचार भारतीय क्रिकेट टीम तक भी पहुंच चुका है। जो कि वेस्ट इंडीज के खिलाफ एंटीगा में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन मैदान में खेलने उतरी। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई के पूर्व उपाध्यक्ष के निधन के बाद शोक स्वरुप टीम इंडिया अपने बाजुओं पर काली पट्टी बांधकर मैच खेलने उतरी।
भारत और वेस्ट इंडीज के बीच एंटीगा में पहले टेस्ट का आज तीसरा दिन है। काली पट्टी बांधकर खेलने का विचार कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध चौधरी का था, जिसका प्रशासकों की समिति (सीओए) और सीईओ राहुल जौहरी ने भी समर्थन किया।
End of the West Indies innings. They are bowled out for 222. lead by 75 runs. 5 for Ishant, 2 each for Shami & Jadeja. 1 for Bumrah pic.twitter.com/kFSzywVUoN
— BCCI (@BCCI)बता दें कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड और टीम के कप्तान विराट कोहली ने भी जेटली के निधन पर शोक व्यक्त किया था। उन्होंने संदेश दिया कि 'श्री अरुण जेटली जी के निधन की खबर से हैरान और दुखी हूं। वह वास्तव में एक अच्छे इंसान थे और हमेशा दूसरों की मदद करने को तैयार रहते थे। 2006 में मेरे पिता का निधन हुआ था तब वह अपना कीमती समय निकालकर मेरे घर आए थे और अपनी संवेदना व्यक्त की थी। उनकी आत्मा को शांति मिले'।
विराट कोहली के अलावा वीरेंदर सहवाग, शिखर धवन, इशांत शर्मा, वीवीएस लक्ष्मण सहित कई दिग्गज क्रिकेटरों और बीसीसीआई ने पूर्व वित्त मंत्री के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
दिवंगत अरुण जेटली दिल्ली क्रिकेट एसोसिएशन यानी डीडीसीए के अध्यक्ष थे। उनके कार्यकाल में विराट कोहली, वीरेन्द्र सहवाग, शिखर धवन, ईशांत शर्मा जैसे कई क्रिकेट सितारों का करियर चमका। उन्हें नई क्रिकेट प्रतिभाओं की अच्छी परख थी।
उनके कार्यकाल के दौरान दिल्ली से चयनित खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन किया। जेटली क्रिकेट प्रशंसक थे और बीसीसीआई के अधिकारी भारतीय क्रिकेट के संबंध में कोई भी नीतिगत फैसला लेने से पहले उनकी सलाह लेना जरुरी समझते थे।