विश्व कप क्रिकेट के वक्त से ही पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी के संन्यास पर अटकलबाजी का दौर जारी है। लेकिन उन्हें खुद टीम इंडिया के मैनेजमेन्ट ने रिटायरमेन्ट लेने से रोक दिया है। खबर है कि अगले साल होने वाले टी-20 विश्व कप से पहले धोनी संन्यास नहीं लेंगे।
नई दिल्ली: टीम इंडिया के मैनेजमेंट ने धोनी को संन्यास लेने से मना किया है। खबर है कि धोनी को अगले साल के आखिर में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप तक संन्यास लेने से मना कर दिया गया है।
एक न्यूज एजेन्सी में छपी रिपोर्ट के मुताबिक टीम इंडिया चाहती है कि धोनी वर्ल्ड टी20 तक संन्यास ना लें क्योंकि अगर इस दौरान ऋषभ पंत चोटिल हो जाते हैं तो ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान भारतीय टीम मुश्किल में पड़ जाएगी। इसीलिए धोनी को टी 20 विश्व कप तक संन्यास लेने से मना कर दिया गया है।
मीडिया में छपी रिपोर्ट्स के मुताबिक 'टीम प्रबंधन टी-20 विश्व कप को ध्यान में रखकर पंत को बेहतर बना रहा है, लेकिन इसके साथ-साथ भारतीय टीम चाहती है कि धोनी एक संरक्षक के तौर पर टीम में शामिल रहें। जिससे कि जब भी उनकी जरुरत हो वह तुरंत मदद कर पाएं।
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने समाचार एजेन्सी आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा कि 'अगर पंत चोटिल होते हैं तो कौन है जो उनका विकल्प होगा। सच कहूं तो दूसरी तरफ हमारे पास जितने भी नाम हैं, उनमें से कोई भी धोनी का मुकाबला करने के लायक नहीं है। हां, इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता है कि पंत टीम का भविष्य हैं और उन्हें सभी फॉर्मेट्स में आजमाया जाए, लेकिन धोनी का मार्गदर्शन और मौजूदगी भी बहुत जरूरी है।'
हाल ही में वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम इंडिया के चयन के बाद चीफ सेलेक्टर एमएसके प्रसाद से भी धोनी के संन्यास के मामले में प्रश्न किया गया था। लेकिन उनका कहना था कि धोनी को अपने संन्यास पर खुद ही फैसला करना है। चीफ सेलेक्टर का कहना था कि 'धोनी एक महान खिलाड़ी हैं और उन्हें पता है कि संन्यास कब लिया जाए। धोनी का संन्यास लेना पूरी तरह से निजी फैसला है। धोनी जैसे महान क्रिकेटर जानते हैं कि कब संन्यास लिया जाए। भविष्य में क्या किया जायेगा, ये चयन समिति के हाथों में है। मुझे नहीं लगता कि हमें इस पर ज्यादा कुछ चर्चा करने की जरूरत है।