1) भोजपुर शिव मंदिर (Bhojpur Shiva Temple Madhya Pradesh)
मध्य प्रदेश स्थित भोजपुर शिव मंदिर भोपाल से 32 किलोमीटर दूर स्थित है। इस मंदिर की खासियत हैकि ये अधूरा शिव मंदिर है। जिसका निर्माण परमार वंश के राजाओं द्वारा किया गया था। बेतवा नदी के बगल में स्थित ये मंदिर सावन में भक्तों के बीच लोकप्रिय है। यहां का जलाभिषेक भी अनोखे तरीके से किया जाता है जिसे देखने आप सावन में आ सकते हैं।
2) कोटिलिंगेश्वर मंदिर, कोलार (Kotilingeshwara Temple,Karnataka)
कर्नाटक स्थित कोटिलिंगेश्वर मंदिर सावन के महीने में भक्तों के बीच प्रिय मंदिर है। यहां पर एशिया की सबसे ऊंची और बड़ी शिवलिंगम प्रतिमा है। जिसे देखन दूर-दूर से भक्त आते हैं। सावन के महीने में ये मंदिर और भी ज्यादा पॉपुलर हो जाता है।
3) कांची कैलाशनाथ मंदिर, तमिलनाडु ( Visit Kailasanathar Temple in Tamil Nadu)
ज्यादातर लोग भगवान शिव के मंदिर घूमने के लिए वाराणसी स्थित बाबा विश्व नाथ नहीं तो उज्जैन जाते हैं लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि दक्षिण भारत में भी एक से बढ़कर शिव मंदिर (Shiv Temple In South India) स्थित हैं। इन्हीं में से एक हैं कांची कैलाशनाथ मंदिर जो तमिलनाडु में स्थित है। यहां पर कांची कैलाशनाथ की ओलौलिक मूर्तियां स्थित है। वहीं अनोखी वास्तुकला के लिए इस मंदिर में भक्तों की भीढ़ लग रहती है। आप इस बार सावन में इस विजिट कर सकते हैं।
4) कर्नाटक स्थित केदारेश्वर मंदिर (Famous Shri Kedareshwara Swamy Temple Karnataka)
कर्नाटक स्थित केदारेश्वर मंदिर विश्व में अपनी अनोखी वास्तुकला और बनावट के लिए प्रसिद्ध है। ये मंदिर शिमोगा में स्थित है। जहां भगवान शिव और भगवान विष्णु के तीन मंदिर है। इस मंदिर की बनावट त्रिकुटा शैली में है। जो श्रद्धुलाओं को आकर्षित करते हैं। यहां पर सावन और महाशिवरात्रि पर आस्था का सैलाब उमड़ता है।
5) तारकेश्वर मंदिर, पश्चिम बंगाल (Tarkeshwar Temple History West Bengal)
तारकेश्वर मंदिर पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में स्थित है। ये शिव मंदिर लगभग 300 साल पुराना है। जहां भक्तों दर्शन के लिए उमड़ते है। आप भी सावन के खास मौके पर इस मंदिर को विजिट कर सकते हैं। मान्यता है मंदिर का निर्माण भारमल राव ने कराया था। वहीं सावन के महीने में तारकेश्वर मंदिर में जलाभिषेक करने से अखंड सुख की प्राप्ति होती है।