IPS से IAS तक का सफर! 5 बार के फेल IITian के संघर्ष और सफलता की सक्सेज स्टोरी!

IIT ग्रेजुएट विशाल नरवड़े ने पांच बार UPSC परीक्षा में असफलता का सामना किया, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। छठे प्रयास में 91वीं रैंक के साथ IAS बनने की उनकी प्रेरणादायक कहानी पढ़ें।

Success Story: भारत में UPSC सिविल सेवा परीक्षा को पास करना लाखों युवाओं का सपना होता है। यह सफर कठिनाइयों और असफलताओं से भरा होता है, लेकिन सच्ची मेहनत और लगन से इसे पार किया जा सकता है। ऐसी ही प्रेरणादायक कहानी है विशाल नरवड़े की, जिन्होंने पाँच बार UPSC में असफलता झेली, लेकिन हार नहीं मानी। अपने छठे प्रयास में 91वीं रैंक हासिल करके वह IAS अधिकारी बने। उनकी यह कहानी हर UPSC उम्मीदवार के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

UPSC का सपना और IIT से सफर की शुरुआत

महाराष्ट्र के लातूर जिले से ताल्लुक रखने वाले विशाल नरवड़े एक होनहार छात्र थे। उन्होंने IIT जबलपुर से इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग में B.Tech किया। लेकिन पढ़ाई के दौरान ही उन्हें एहसास हुआ कि उनका असली लक्ष्य देश की सेवा करना है, और इसके लिए उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी।

5 बार UPSC में असफलता, लेकिन हार नहीं मानी

UPSC परीक्षा की कठिनाई हर किसी को पता है, और विशाल को भी इसका अनुभव हुआ। उन्होंने लगातार पाँच बार असफलता का सामना किया। हालांकि, हर बार अपनी गलतियों से सीखा, तैयारी को बेहतर बनाया और खुद को मोटिवेट रखा।

पहली सफलता – 2016 में IPS बनने का सफर

कई असफलताओं के बाद 2016 में विशाल ने UPSC पास किया और IPS अधिकारी बने। हालांकि, उनका सपना IAS बनना था, और इसके लिए उन्होंने संघर्ष जारी रखा।

छठे प्रयास में मिली सफलता – 91वीं रैंक के साथ IAS बने

IPS अधिकारी के रूप में सेवा करते हुए भी विशाल ने UPSC परीक्षा की तैयारी जारी रखी। आखिरकार, 2019 में उन्होंने छठे प्रयास में 91वीं रैंक हासिल कर IAS बनने का सपना पूरा किया।

IAS बनने के लिए क्या प्रेरणा मिली?

विशाल नरवड़े की सफलता हमें सिखाती है कि मेहनत और दृढ़ निश्चय से कुछ भी संभव है। वे UPSC उम्मीदवारों को कुछ खास बातें अपनाने की सलाह देते हैं:
1. हार न मानें: असफलताएँ सीखने के अवसर होती हैं, उनसे डरे नहीं।
2. योजना बनाकर तैयारी करें: बार-बार अपनी रणनीति बदलने से बचें।
3. खुद पर विश्वास रखें: आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच से सफलता संभव है।
4. तुलना न करें: हर व्यक्ति का सफर अलग होता है, अपनी गति से आगे बढ़ें।

UPSC उम्मीदवारों के लिए सीख

विशाल नरवड़े की यात्रा सिर्फ एक परीक्षा पास करने की नहीं, बल्कि लगातार मेहनत, धैर्य और संघर्ष से सफलता हासिल करने की कहानी है। उनकी प्रेरणा UPSC की तैयारी कर रहे लाखों छात्रों के लिए एक सबक है कि कभी हार मत मानो, सफलता तुम्हारे दृढ़ निश्चय का ही परिणाम होती है।

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